अत्याधुनिक पार्किंग के निर्माण पर करीब 8करोड़ 29 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। पार्किंग बनने के बाद इनमें एक साथ करीब 250 कारें और 300 से ज्यादा दुपहिया वाहन खड़े हो सकेंगे। सिटी में पार्किंग की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है।
खास तौर पर पूराने मार्केट में जहां तंग गलियों के बीच पार्किग के लिए लोगो को प्रतिदिन जंग लडऩे जैसा हो रहा है। कारोबारियों को भी इसके लिए कई दिक्कतो का सामना करना पड़ता है, इस समस्या को देखते हुए नगर परिषद ने आजाद पार्क और उससे जुड़े दोनो पार्क को मिलाकर अंडरग्राउंड पार्किंग बनाने का निर्णय लिया है।
पुराने शहर में पार्किंग बड़ी समस्या- पार्किंग की सबसे बड़ी समस्या पुराने शहर के मार्केट में है। इनमें कोटा रोड, इन्द्रा मार्केट, सब्जिमंडी, कोटा देवली रोड़, मीरा गेट आदि ऐसे इलाके हैं, जहां गाडिय़ों को पार्क करने की कोई सुविधा नहीं है। जानकारी के अनुसार पीक आवर्स में इन मार्केट में करीब 1500 से अधिक दोपहिया वाहन खड़े रहते हैं। ऐसे में यहां शॉपिंग के लिए आने वाले लोग पार्किंग को लेकर परेशान होते हैं।
अंडरग्राउंड पार्किंग से मिलेगी राहत- सिटी में पार्किंग की समस्या जल्द ही दूर होने जा रही है। इसके लिए डीपीआर तैयार की जा चुकी है। नगर परिषद यहां करीब 5850 वर्ग मीटर में अंडरग्राउंड पार्किंग बनेगी। इस पर करीब 8करोड़ 29 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके लिए आजाद पार्क ओर उससे जुड़े पार्क दोनों को मिलाकर ही पार्किंग अंडरग्राउंड होंगी। इसके ऊपर गार्डन डेलवप किया जाएगा।
डिजिटल पार्किग में एक साथ खड़ी होंगी 250 कारें,
अंडरग्राउंड बनने वाली स्मार्ट पार्किग पूरी तरह डिजिटल होगी। पार्किंग में जहां एक साथ 250 कारें और 350 से अधिक दुपहिया वाहनों के खड़े होने का इंतजाम होगा। वहीं मॉडयूलर शौचालय व ऑटोमेटिक फायर अलार्म सिस्टम होगा ताकि कोई भी अनहोनी आगजनी घटना पर यह अलार्म बजेगा। अंदर विद्युत रोशनी व पानी की सुविधा होगी। पार्किंग के बन जाने के बाद शहर से वाहनों की अवैध पार्किंग की समस्या भी दूर हो जाएगी।
अंडरग्राउंड बनने वाली स्मार्ट पार्किग पूरी तरह डिजिटल होगी। पार्किंग में जहां एक साथ 250 कारें और 350 से अधिक दुपहिया वाहनों के खड़े होने का इंतजाम होगा। वहीं मॉडयूलर शौचालय व ऑटोमेटिक फायर अलार्म सिस्टम होगा ताकि कोई भी अनहोनी आगजनी घटना पर यह अलार्म बजेगा। अंदर विद्युत रोशनी व पानी की सुविधा होगी। पार्किंग के बन जाने के बाद शहर से वाहनों की अवैध पार्किंग की समस्या भी दूर हो जाएगी।
स्मार्ट होंगी शहर की पार्किंग!
शहर में पार्किग की जगह नही है, इसी परेशानी को देखते हुए आजाद पार्क में मेन पार्किग की जगह देने के लिए पहले हाइकोर्ट से इसकी परमिशन ली गई है। फिर अंडर ग्राउंड पार्किग के लिए डीपीआर बनाई है। इसी वीक में टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी ताकि जल्द काम शुरू हो सके। अत्याधुनिक सुविधाओं युक्त भूमिगत पार्किंग से शहर में पार्किंग की समस्या से काफी हद तक सफलता मिलेगी।
नगर परिषद सभापति महावीर मोदी