उधर, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, लाडपुर गांव निवासी तमन्ना पत्नी सुनील रेगर के कोटा जेके लोन हॉस्पिटल में 23 अगस्त को प्रसव हुआ था। महिला ने बालक को जन्म दिया। 25 अगस्त को प्रसूता व नवजात की अस्पताल से छुट्टी हो गई। जन्माष्टमी के अवसर पर पूरे घर में बालक के जन्म पर खुशियों का माहौल था। 27 अगस्त को देर रात्रि करीब दो बजे बच्चे को लेकर रोड पर निकल गई और बच्चे को बहते हुए नाले में फेंक दिया और खुद भी पानी में उतर गई और अपने घर वापस पहुंच गई।
सुबह जैसे ही परिजनों की आंख खुली तो तमन्ना गीले कपड़ों में नजर आई और बच्चा गायब था। परिजनों के पूछने पर तमन्ना ने परिजनों को बताया कि बच्चा मर गया, जिसे उसने बहते पानी में नाले में फेंक दिया। यह सुनते ही घर में आई खुशियां मातम में बदल गई। परिजनों ने सुबह नवजात को बहते हुए पानी में 5 घंटे तक ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन नहीं मिला। बाद में परिजनों ने इसकी सूचना केशवरायपाटन पुलिस को दी। पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से नवजात को नाले में ढूंढा और थाने पर ले गई। बाद में पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया।
मृतक के परिजनों ने रिपोर्ट दी है की तमन्ना का प्रसव के बाद से मानसिक संतुलन ठीक नहीं था, जिसके चलते वो रात्रि के समय बच्चे को लेकर घर से बाहर निकल गई। पैर फिसलने से बच्चा और तमन्ना पानी में गिर गई और नवजात हाथ से छूट गया, जिससे इसकी मौत हो गई। मामला दर्ज कर लिया गया है, जांच जारी है। – देवेश भारद्वाज, सीआई केशवरायपाटन