क्षेत्र के खोत्या ठीकरिया चारणान, लीलडा व्यासान, लालपुरा, कराड का बरधा सहित अन्य गांवो में वर्तमान में नहर में पर्याप्त जलप्रवाह नहीं होने के चलते किसानों को खेतों में रेलना करने के लिए मजबूरन ओहडे लगाने पड़ रहे हैं। कई जगहों पर पानी नहीं पहुंचने से किसानों को इंजन रखकर भी खेतों में पिलाई कार्य करना पड़ रहा है। उधर, इस मामले को लेकर कनिष्ठ अभियंता महावीर मीणा ने बताया कि कैनाल से वितरिका में पर्याप्त जल प्रवाह नहीं होने से व ऊपर के गुमानपुरा व जरखोदा माइनर खुल जाने के बाद अब कम जल प्रवाह नहर में हो रहा है। नहर में पर्याप्त जल प्रवाह होते ही आगे किसानों को पानी पर्याप्त मिलने लग जाएगा।
रामसागर झील की नहर की सफाई नहीं, किसान चिंतित
हिण्डोली/ गोठड़ा. हिण्डोली कस्बे के पास स्थित रामसागर झील की मुख्य नहर की सफाई नहीं होने से किसान चिंतित हैं। किसानों ने बताया कि इस बार रामसागर झील बारिश में भर जाने से आस पास की सैकड़ों बीघा भूमि पर नहर के पानी से सिंचाई होती है। ऐसे में अभी तक नहर की सफाई नहीं हुई है। कई स्थानों से नहर क्षतिग्रस्त हो चुकी है एवं झाड़ झंकाड़ उगे हुए हैं। ऐसे में नहर में पानी छोड़ा तो टेल के किसानों को पानी ले जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
हिण्डोली/ गोठड़ा. हिण्डोली कस्बे के पास स्थित रामसागर झील की मुख्य नहर की सफाई नहीं होने से किसान चिंतित हैं। किसानों ने बताया कि इस बार रामसागर झील बारिश में भर जाने से आस पास की सैकड़ों बीघा भूमि पर नहर के पानी से सिंचाई होती है। ऐसे में अभी तक नहर की सफाई नहीं हुई है। कई स्थानों से नहर क्षतिग्रस्त हो चुकी है एवं झाड़ झंकाड़ उगे हुए हैं। ऐसे में नहर में पानी छोड़ा तो टेल के किसानों को पानी ले जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
जानकारी अनुसार रामसागर झील पूर्व में ग्राम पंचायत के अधीन थी। ग्राम पंचायत की ओर से हर साल नहर छोड़ने से पहले नहर की सफाई करवाई जाती थी, लेकिन पंचायत नगर पालिका में बदलने के साथ नगर पालिका द्वारा इस ओर ध्यान नहीं देने से नहर की समय रहते सफाई नहीं होने से टेल क्षेत्र के किसानों को रबी फसलों में सिंचाई के लिए परेशान होना पड़ेगा।