वाहनों का दबाव होने के चलते अब यहां पर रेलवे फाटक बंद करके खोलने के दौरान दिनभर जाम के हालात बने रहते हैं। रविवार दोपहर को भी एक ट्रैक्टर चालक द्वारा पटरी के बीचों-बीच ट्रक व ट्रैक्टर ट्रॉली फसा देने पर10 मिनट तक दोनों वाहन चालक आपस में बहस करते रहे। ऐसे में अन्य वाहन चालकों को यहां वाहन निकालने में परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में रेलवे के गेटमैन द्वारा ट्रैक्टर चालक को वहां पीछे लेने के कहने के बाद दूसरे वाहन एक तरफ निकालने के बाद यातायात सुचारू हुआ। इस मामले को लेकर कहीं बार रेलवे के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद यहां पर गेट पर वाहनों की निकासी के दौरान सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं किया जा रहा।
गेट की चौड़ाई बढ़े तो मिले राहत
वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग 52 से 10 किलोमीटर रास्ता बरड़ा तक बायपास निकालने के बाद यहां पर शहर से बाहर निकलने वाले वाहनों व मंडी में जाने वाले वाहनों की तादात में कहीं गुना इजाफा हो गया। लेकिन यहां गेट संख्या 45 पर पूर्वोत्तर ही चौड़ाई होने के चलते यहां पर एक-एक करके ही वाहन निकलते हैं। यहां पर रेलवे प्रशासन व जिला प्रशासन को रेलवे का गेट चौड़ा करवाने की आवश्यकता है। ताकि गेट खुलने के बाद दोनों तरफ से वाहन एक साथ निकलने के बाद जाम के हालात से निजात मिल सके। यहां पर दिनभर में ट्रेनों के आवागमन के दौरान 24 घंटे में लगभग 4 घंटे से अधिक फटक बंद होने के बाद यहां फाटक खोलते ही वाहनों के दबाव के चलते जाम के हालात रोजाना पैदा हो रहे हैं।
वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग 52 से 10 किलोमीटर रास्ता बरड़ा तक बायपास निकालने के बाद यहां पर शहर से बाहर निकलने वाले वाहनों व मंडी में जाने वाले वाहनों की तादात में कहीं गुना इजाफा हो गया। लेकिन यहां गेट संख्या 45 पर पूर्वोत्तर ही चौड़ाई होने के चलते यहां पर एक-एक करके ही वाहन निकलते हैं। यहां पर रेलवे प्रशासन व जिला प्रशासन को रेलवे का गेट चौड़ा करवाने की आवश्यकता है। ताकि गेट खुलने के बाद दोनों तरफ से वाहन एक साथ निकलने के बाद जाम के हालात से निजात मिल सके। यहां पर दिनभर में ट्रेनों के आवागमन के दौरान 24 घंटे में लगभग 4 घंटे से अधिक फटक बंद होने के बाद यहां फाटक खोलते ही वाहनों के दबाव के चलते जाम के हालात रोजाना पैदा हो रहे हैं।