शॉफ्ट एनक्लोजर में 53 दिन से रह रहे बाघ को स्वतंत्र करने के लिए सुबह 10 बजे ही गेट खोल दिया था, लेकिन बाघ दिन भर एनक्लोजर में ही घूमता रहा और शाम को बाहर निकला। बाघ बाहर निकलने के बाद भी एनक्लोजर के आसपास के जंगलों में ही विचरण कर रहा है। बाघ के गले में लगे रेडियो कॉलर से वन कर्मी इसकी पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे है।
शनिवार को दिनभर बाघ मेज नदी क्षेत्र के जंगलों में विचरण करता नजर आया। इस बाघ को जंगल में स्वतंत्र करने के साथ ही अब टाइगर रिजर्व को आरवीटी 1 के बाद एक और नया राजा मिल गया है। यह नर बाघ करीब तीन साल का युवा एवं काफी ह्रष्टपुष्ट बाघ है। उम्मीद है कि आने वाले समय में रामगढ़ में यह बाघ कुनबा बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा। पूर्व में रणथंभौर से खुद चलकर आया बाघ आरवीटी 1 मौजूद है।
बाघ पूरी तरह सामान्य है तथा वन क्षेत्र में विचरण कर रहा है। विभाग की पूरी टीम उपवन संरक्षक के निर्देशन में बाघ की ट्रेकिंग कर रही है।
रवि मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी, जैतपुर
रवि मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी, जैतपुर