Read More: OMG – आक्रोश, आशंका के बीच नव वर्ष का आगाज…बूंदी के इतिहास में पहली दफा ऐसा क्या हुआ पढ़िए ये खबर. जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार , पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू मामले में निगरानी रखे हुए है। जानकारी के अनुसार बूंदी में हिन्दू महासभा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मानधाता की छतरी पर एक जनवरी को पूजन का आह्वान किया था। इसी के चलते जिले भर से विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग यहां एकत्र हो गए। देर रात तक पुलिस इन्हें खदेडऩे में लगी रही।
पुलिस छावनी में तब्दिल पर्यटन नगरी टाइगर हिल मानधाता विवाद मामले में पुलिस ने लोगो को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गुस्साए लोगो ने शहर में एक दर्जन स्थानों में प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लाठीचार्ज में एक दर्जन लोगो के सिर फूटे घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। गरमाएं माहौल के बाद पुलिस ने जाप्ता ओर बढ़ा दिया। सुबह से ही पर्यटन नगरी पुलिस छावनी में तब्दिल रही। नये साल पर बूंदी के इतिहास में यह पहली दफा होगा जब शहरवासी नये साल साल पर सुबह की किरण के साथ भय के साये में रहें। जश्र से दूर लोगो के जेहन में एक ही सवाल रहा आखिर बूंदी को किस की नजर लगी?
मिठाई नही मिली लाठियां-
नये साल पर लोग परिवार, रिश्तेदार और अपने दोस्तो को मूंह तक मिठा नही करवा सके। विवाद की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पूर्व में ही जहां जिले में इंटरनेट एसएमएस पर प्रतिबंध लगाने के साथ धारा 144 लागु कर दी गई, वहीं बाजार भी बंद रहे। व्यापारियों ने मामले को भापते हुए स्वत: ही दुकाने बंद रखी ऐसे में लोगों को न नाश्ता नसीब हुआ न मिठाईयां। दूर दराज से आने वाले ग्रामीणों को भी परेशानी उठानी पड़ी। शहरी सीमा में भारी भरकम पुलिस जाप्ते ने लोगो के प्रवेश पर रोक लगा दी, उन्हें पैदल ही अपने गन्तव्य की ओर जाना पड़ा सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों को लेकर हुई। रोते बिलखते बच्चों को अभिभावक समझाते नजर आए। एक बारगी बिगड़े माहोल को लेकर छोटी काशी थम सी गई।
नये साल पर लोग परिवार, रिश्तेदार और अपने दोस्तो को मूंह तक मिठा नही करवा सके। विवाद की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पूर्व में ही जहां जिले में इंटरनेट एसएमएस पर प्रतिबंध लगाने के साथ धारा 144 लागु कर दी गई, वहीं बाजार भी बंद रहे। व्यापारियों ने मामले को भापते हुए स्वत: ही दुकाने बंद रखी ऐसे में लोगों को न नाश्ता नसीब हुआ न मिठाईयां। दूर दराज से आने वाले ग्रामीणों को भी परेशानी उठानी पड़ी। शहरी सीमा में भारी भरकम पुलिस जाप्ते ने लोगो के प्रवेश पर रोक लगा दी, उन्हें पैदल ही अपने गन्तव्य की ओर जाना पड़ा सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों को लेकर हुई। रोते बिलखते बच्चों को अभिभावक समझाते नजर आए। एक बारगी बिगड़े माहोल को लेकर छोटी काशी थम सी गई।
कोटा रेंज से जाप्ता, आरएसी पहुंची-
चप्पे चप्पे पर प्रसाशन की निगाह ड्रोन कैमरे से शहर में निगरानी रही। देर रात तक हथियार बंद जवान घूमते रहे। शहर में आने जाने वालों की तलाशी और पुछताछ की जा रही है। चहुंओर पुलिस का हाईअलर्ट हो गया। मालनमासी बालाजी मंदिर पर पुलिस जाप्ता तैनात रहा। सुरक्षा के लिए कोटा रेंज से पुलिस जाप्ता बूंदी पहुंचा। इसके अलावा आरएसी के जवान, जिलेभर के थानों के थानाधिकारी व पुलिस जाप्ता बूंदी में तैनात कर दिया गया। इसके अलावा जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले रास्ते व अलग-अलग गांवों में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के इंतमजाम किए।
चप्पे चप्पे पर प्रसाशन की निगाह ड्रोन कैमरे से शहर में निगरानी रही। देर रात तक हथियार बंद जवान घूमते रहे। शहर में आने जाने वालों की तलाशी और पुछताछ की जा रही है। चहुंओर पुलिस का हाईअलर्ट हो गया। मालनमासी बालाजी मंदिर पर पुलिस जाप्ता तैनात रहा। सुरक्षा के लिए कोटा रेंज से पुलिस जाप्ता बूंदी पहुंचा। इसके अलावा आरएसी के जवान, जिलेभर के थानों के थानाधिकारी व पुलिस जाप्ता बूंदी में तैनात कर दिया गया। इसके अलावा जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले रास्ते व अलग-अलग गांवों में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के इंतमजाम किए।