बालोद निवासी किसान योगेश मीणा, दानमल मीणा, ब्रह्मानन्द, पूरनमल, ब्रजमोहन, राधेश्याम आदि ने बताया कि गांव के किसान दो सप्ताह पहले ही पलेवा कर चुके हैं और बुआई के लिए खेतों में नमी कम होने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में पहले पलेवा कर चुके किसानों के खेतों में माइनर ओवरफ्लो होकर दुबारा पानी भर जाने से किसानों को बुआई के लिए दो से तीन सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा और गेहूं की बुआई देरी होगी, जिससे उत्पादन भी प्रभावित होने की आशंका है।
किसानों ने बताया कि माइनर ओवरफ्लो होने से एक दर्जन से अधिक किसानों के करीब दो सौ बीघा से अधिक खेत पानी से भर गए हैं। किसान योगेश मीणा ने बताया कि माइनर में क्षमता से अधिक जल प्रवाह होने पर सीएडी के कनिष्ठ अभियंता को तीन दिन पहले ही जानकारी दी चुकी है। इसके बावजूद माइनर में जल प्रवाह कम नहीं हुआ। बुधवार को जल प्रवाह और अधिक बढ़ने से ओवरफ्लो होकर सुरक्षा दीवार के ऊपर से नहरी पानी खेतों में भर गया।
अब बुआई में होगी देरी
किसानों का कहना है कि जल्दी बुआई करने के लिए दो सप्ताह पहले ही किसान पलेवा कर खेतो में नमी कम होने का इंतजार कर रहे थे और अगले एक दो दिन में बुआई करने के तैयारी में थे। ओवरफ्लो होने से खेतों में फिर से पानी भर जाने से अब बुआई में देरी होगी। समय पर बुआई नही होने से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है।कुछ किसान तो बुआई के पहले की जुताई भी कर चुके हैं।ऐसे में इन खेतो में पानी भरने से अब बा आने में काफी समय लग जायेगा।
किसानों का कहना है कि जल्दी बुआई करने के लिए दो सप्ताह पहले ही किसान पलेवा कर खेतो में नमी कम होने का इंतजार कर रहे थे और अगले एक दो दिन में बुआई करने के तैयारी में थे। ओवरफ्लो होने से खेतों में फिर से पानी भर जाने से अब बुआई में देरी होगी। समय पर बुआई नही होने से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है।कुछ किसान तो बुआई के पहले की जुताई भी कर चुके हैं।ऐसे में इन खेतो में पानी भरने से अब बा आने में काफी समय लग जायेगा।