लेकिन निर्माण होने और इसमें उपकेन्द्र संचालित होने के कुछ माह बाद ही पशुधन सहायक गोविंद सैनी का स्थानांतरण हो गया था। जिसके बाद से ही उपकेन्द्र पर ताले लटके हुए हैं और यह पशुपालकों के लिए महज शोपीस साबित हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया की क्षेत्र के ग्रामीण अपने पशुओं के इलाज के लिए उपकेन्द्र पर आते हैं लेकिन यहां पर कोई नजर नहीं आने पर निराश होकर लौट रहे हैं। ग्रामीणों ने उपकेन्द्र में जल्द पशुधन सहायक की नियुक्ति की मांग की है।
जब तक पशु चिकित्सा उपकेन्द्र में दूसरे पशुधन सहायक की नियुक्ति नहीं होती है तब तक कल ही नजदीक के किसी सेंटर से सप्ताह में दो दिन के लिए पशु उपकेन्द्र नोताडा में बैठने की वैकल्पिक व्यवस्था करवा दी जाएगी।
रामलाल मीणा, निदेशक पशुपालन विभाग बूंदी
रामलाल मीणा, निदेशक पशुपालन विभाग बूंदी