शहर में पार्किंग की समस्या बनी हुई है। वहीं नवरात्र में त्योहारी रौनक झलकने लग गई है। त्योहारी सीजन को लेकर बाजार तैयार हैं। बाजार की यह रौनक दीपावली तक बनी रहेगी। इसको लेकर व्यापारियों ने विशेष तैयारियां की है। नवरात्र के साथ ही शुरू हुए फेस्टिवल सीजन में बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ेगी, लेकिन शहर के मुख्य बाजारों में आड़े-तिरछे वाहन लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है।
शहर के माधव प्रसाद बताते है कि यह समस्या आने वाले दिनों में और बढ़ेगी। प्रशासन की ओर से इसको लेकर कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। गलियों में विकसित हुए बाजार में तो परेशानी और अधिक है। त्योहार के समय व्यवस्था सुदृढ़ होनी चाहिए,ताकि बाजार अच्छे से चल सके और किसी को परेशानी नहीं हो। सुशील कासट बताते है कि बाजार में पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान तलाशना चाहिए,ताकि आने वाला ग्राहक वाहन खड़ा कर सके। साथ ही अतिक्रमण पर भी प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
बाजार के बीचों बीच बना दिया पार्किंग स्थल
जिले के ग्रामीण एरिया से लोग यहां जिला मुख्यालय पर सामान खरीदने आते है। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की बनी रहती है। लोग बाजार के बीचों-बीच वाहन खड़ा करके दुकान पर चले जाते है। श्रीसर्राफा संघ के सचिव नवरत्न बील्या ने बताया कि कई बार प्रशासन को भी शहर कि पार्किंग की समस्या से अवगत करा दिया,लेकिन हाल जस के तस बने हुए। वैसे बाजार सकरे है, उस पर आड़े-तिरछे वाहन परेशानी बढ़ा रहे है।
जिले के ग्रामीण एरिया से लोग यहां जिला मुख्यालय पर सामान खरीदने आते है। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की बनी रहती है। लोग बाजार के बीचों-बीच वाहन खड़ा करके दुकान पर चले जाते है। श्रीसर्राफा संघ के सचिव नवरत्न बील्या ने बताया कि कई बार प्रशासन को भी शहर कि पार्किंग की समस्या से अवगत करा दिया,लेकिन हाल जस के तस बने हुए। वैसे बाजार सकरे है, उस पर आड़े-तिरछे वाहन परेशानी बढ़ा रहे है।
आदिश ने बताया कि गलत वाहन खड़ा करने पर कई बार जाम के हालात बन जाते है। वाहनों की संख्या इतनी रहती है कि चहुंओर वाहन ही वाहन नजर आते है। शहर के किसी भी बाजार में वाहन खड़ा करने की ठौर नहीं मिलती है। मजबूरी में ग्राहकों को दुकानों के बाहर गाड़ी करनी पड़ती है या फिर ऐसी जगह देखता है जहां लोगों को परेशानी नहीं हो। वाहन खडा करने को लेकर कई बार आपस में कहासुनी तक हो जाती है।
मुख्य बाजार में नहीं है पुलिस
शहर के मुख्य बाजार में त्योहारी सीजन की खरीदारी शुरु हो चुकी है। मुख्य बाजार सहित गलियों में विकसित बाजार में रौनक बढी है। अब तक मुख्य बाजार व चौराहा पर पुलिस व्यवस्था नहीं है। सुनील व योगेश ने बताया कि त्योहारी सीजन में पुलिस व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि गाडिय़ा राउंड तो करती है,लेकिन टीम मुख्य बाजार मे तैनात होनी चाहिए। जबकि कई बार भीड़-भाड़ होने से चोरी की घटना बढ़ जाती है। पूर्व में भी कई बार बाजार से सामान चुराने व चोरी की वारदात हो चुकी है। लोगों का कहना है कि शहर में पर्याप्त पुलिस व्यवस्था का अभाव है।
शहर के मुख्य बाजार में त्योहारी सीजन की खरीदारी शुरु हो चुकी है। मुख्य बाजार सहित गलियों में विकसित बाजार में रौनक बढी है। अब तक मुख्य बाजार व चौराहा पर पुलिस व्यवस्था नहीं है। सुनील व योगेश ने बताया कि त्योहारी सीजन में पुलिस व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि गाडिय़ा राउंड तो करती है,लेकिन टीम मुख्य बाजार मे तैनात होनी चाहिए। जबकि कई बार भीड़-भाड़ होने से चोरी की घटना बढ़ जाती है। पूर्व में भी कई बार बाजार से सामान चुराने व चोरी की वारदात हो चुकी है। लोगों का कहना है कि शहर में पर्याप्त पुलिस व्यवस्था का अभाव है।