सुबह हेरिटेज वॉक निकाली गई। दोपहर को यहां सुखमहल में प्राकृतिक छटा के बीच देशी-विदेशी पावणों की देशी व्यंजनों से मनुहार की गई। सभापति सरोज अग्रवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर सुदर्शन सिंह तोमर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम पारीक, प्रवर्तन अधिकारी शिवजीराज जाट, सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने मेहमानों की खातिरदारी करते हुए उन्हें हाड़ौती के पसंदीदा व्यंजन कत्त बाफले से सत्कार किया।
कार्यक्रम में पावणों को साफे बांधे गए और तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधे। संस्कृति संस्था अध्यक्ष शालिनी विजय की अगुवाई में महिलाओं ने विदेशी सैलानियों का स्वागत किया। और चूड़ियां पहनाई गई। मेंहदी से हाथ सजाए गए।
विदेशी मेहमान मान मनुहार से बहुत अभिभूत नजर आए। कार्यक्रम में लोक कलाकारों ने कच्छी घोड़ी नृत्य और अन्य नृत्य गीतों से समा बांधा। विदेशी सैलानी लोक कलाकारों के साथ थिरकते दिखे। इस दौरान कैनवास पेंटिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें बूंदी जिले की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहर की छवि को दर्शाया गया है। संचालन इंटेक संयोजक राजकुमार दाधीच ने किया।
हैरीटेज वॉक पर मेहमानों को बूंदी संस्कृति से कराया रूबरू बूंदी की संस्कृति और इतिहास से पर्यटकों को रूबरू करवाने के लिए सुबह हैरीटेज वॉक को रंग बिरंगे परिधानों में सजेधजे लोक कलाकारों के साथ नृत्य कर विदेशी पावणों ने यादगार बना दिया।
सुबह गढ़ पैलेस से हेरिटेज वॉक निकाली गई, जो पुरानी शहर की हेरिटेज गलियों से गुजरती हुई सुखमहल पहुंची। वॉक के दौरान विदेशी पावणो ने भावल्दी बावडी, नरु की बावडी, शुक्ल बावडी को निहारते हुए सुखमहल पहुंचे, जहां पर पावणों का स्वागत किया गया। हैरीटेज वॉक में इग्लैंड, जर्मनी व आस्ट्रेलिया की मिशेल, जुड़ी, डेब व क्रिश सहित गाइड अश्वनी कुक्की, संदीप शर्मा शामिल रहे।