बूंदी

छह माह पूर्व स्वीकृत 44 किमी सड़क, वन सीमा में अटकी

नमाना-बूंदी मार्ग स्टेट हाइवे 29बी की हालत इतनी जर्जर हो गई है कि इस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।

बूंदीJan 06, 2025 / 05:41 pm

पंकज जोशी

नमाना बूंदी मार्ग स्टेट हाईवे 29 बी पर हो रहे घर गड्ढे।

नमाना. नमाना-बूंदी मार्ग स्टेट हाइवे 29बी की हालत इतनी जर्जर हो गई है कि इस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। नमाना ग्रिड से लेकर बावड़ी खेड़ा तक तो सड़क से डामरीकरण उखड़ चुका है। चार किलोमीटर में सड़क से गिट्टी उखड़ चुकी है। थोड़ी सी बरसात में ही इस मार्ग पर पैदल चलना लोगों का दुश्वार है।
जानकारी अनुसार दो दशक पहले राज्य सरकार ने नमाना बूंदी मार्ग को स्टेट हाइवे में घोषित कर दिया था, लेकिन तब से ही इसका निर्माण कार्य नहीं हुआ। उसे समय प्रशासनिक प्रक्रिया जारी हुई थी, लेकिन उसके बाद 10 वर्षों बजट जारी नहीं हुआ। पिछले बजट सत्र में इस मार्ग के लिए बजट जारी कर दिया, लेकिन अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। बूंदी से लेकर भोपतपुरा तक 44 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य होना है, लेकिन निर्माण कार्य नहीं होने से करीब 50 गांव के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। 181 करोड़ की लागत से बनने वाले इस मार्ग का टेंडर तो हो चुका है, लेकिन अब तक कार्य शुरू नहीं हुआ।
7 मीटर होगा निर्माण कार्य
नमाना बूंदी मार्ग स्टेट हाइवे 29 बी की चौड़ाई 7 मीटर रखी गई है, जिसमें जिस जगह गांव आ रहे हैं, वहां पर सीसी सड़क का निर्माण करवाया जाएगा, वहीं बाकी जगह डामरीकरण होगा। चौड़ाई अधिक होने से वाहन चालकों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
राजस्व का काम लगभग हो गया पूरा
नमाना बूंदी स्टेट हाइवे 29 बी में निर्माण कार्य में पढ़ने वाली राजस्व की भूमि के खाते धारक को मुआवजा की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अधिकांश काश्तकार को तो अपना मुआवजा मिल गया। कुछ काश्तकार को भी इसकी प्रक्रिया शुरू कर रखी है उन्हें भी जल्द मुआवजा मिल जाएगा।
अंतिम चरण में वन विभाग की प्रक्रिया
नमाना बूंदी मार्ग के 44 किलोमीटर के दायरे में करीब 14 हेक्टेयर वन विभाग की भूमि पड़ती है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वन विभाग की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। थोड़े दिनों बाद वन विभाग द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू करने में प्रगति पर होगा। लोईचा से लेकर भौपतपुरा तक 14 हेक्टेयर वन भूमि में है, जिस भी निर्माण कार्य में थोड़ा विलंब हो रहा है।
मार्ग के निर्माण कार्य को लेकर विभाग से टेंडर हो गया है। इस पूरी प्रक्रिया में करीब 6 माह का समय लगता है। 6 माह बाद निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। वन विभाग के अनापत्ति प्रमाण पत्र का भी कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। राजस्व विभाग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
मुकेश गोचर, सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग कोटा

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