गरीब बच्चों के लिए बनीं वरदान गुड्डन चौधरी को करीब छह माह पहले Khurja Dehat थाने में तैनाती मिली थी। पुलिस वाली मैडम के नाम से मशहूर हो चली यह महिला पुलिसकर्मी गरीब बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। खुर्जा में करीब तीन दर्जन से भी ज्यादा बच्चों को गुड्डन रोज ड्यूटी के बाद पढ़ाती हैं। बच्चों के लिए वह अपने आराम के समय में भी वक्त निकालती हैं। वह ऐसे बच्चों को पढ़ाती हैं, जिनका स्कूल में एडमिशन नहीं हो पाता है। इतना ही नहीं वह उन बच्चों को किताबें और कॉपी भी मुहैया कराती हैं।
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परिवार अदा करते हैं शुक्रिया पुलिस वाली मैडम के स्टूडेंट्स सड़क किनारे तंबुओं और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के बच्चे हैं। गुड्डन बच्चों को ना सिर्फ शिक्षा देती हैं, बल्कि उन्हें समय-समय पर खुद ही किताबें भी देती हैं। इसके लिए वह अपनी सैलरी का 30 फीसदी हिस्सा बच्चों पर खर्च कर देती हैं। गरीब बच्चों के परिवार उनका शुक्रिया अदा करते देखे जा सकते हैं। यह भी पढ़ें
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हाथरस की रहने वाली हैं गुड्डन गुड्डन हाथरस की रहने वाली हैं। करीब 6 माह पहले थाना Khurja Dehat में तैनाती पाने के बाद उन्होंने पड़ताल की थी। इसमें उन्हें पता चला कि कई बच्चे विद्यालय नहीं जा रहे हैं। इसके बाद उन्होंने उनको एक साथ बैठाकर पढ़ाना शुरू किया। धीरे-धीरे कारवां बढ़ता गया और अब काफी संख्या में बच्चे पढ़ने आते हैं। उनका कहना है कि खुर्जा देहात में उनकी पोस्टिंग है। सर्विस से पहले भी वह घर पर गरीब बच्चों को पढ़ाती थी। 2016 के बाद उनको नौकरी मिली। यहां पर ड्यूटी के बाद आकर वह बच्चों को पढ़ाती हैं। जो बच्चे अपनी फीस नहीं दे सकते हैं, उनको वह फ्री में शिक्षा देना चाहती हैं। वह सबका विकास और सबका साथ चाहती हैं। उन बच्चों को सरकारी स्कूल में प्रवेश दिलाने की भी वह कोशिश कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने प्रिंसिपल से भी मुलाकात की है। बच्चों के एडमिशन के लिए वह अभिभावकों के आधार कार्ड भी बनवा रही हैं। यह भी पढ़ें