इस सबके बीच एक मामले ऐसा सामने आया है जिसमें सिपाहियों ने एक इंस्पेक्टर पर ही पिस्टल तान दी। जिसके बाद मामला सुर्खियों में भी बना हुआ है। दरअसल, नगर कोतवाली क्षेत्र के फैसलाबाद में तीन बच्चों के मर्डर केस के खुलासे में लगे बुलंदशहर क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर पर सीओ की मौजूदगी में एसओजी के सिपाहियों ने पिस्टल तान दी। जिसकी शिकायत एसएसपी से की गई तो दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर करते हुए जांच शुरू करा दी गई है।
बता दें कि 24 मई को नगर के फैसलाबाद निवासी तीन बच्चों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में तीसरे आरोपित सलमान को दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए बुलंदशहर से एसओजी के सिपाही व क्राइम ब्रांच के कई वरिष्ठ अधिकारी दिल्ली में डेरा डाले हुए थे। इनमें एसओजी के दो सिपाही सुरेंद्र बैसला और सिपाही अभिषेक कुमार भी शामिल थे।
सूत्रों के अनुसार एसएसपी ने आरोपी सलमान की खोज और गिरफ्तारी की जिम्मेदारी कई टीमों को सौंपी थी। इस बीच सिपाही सुरेंद्र बैसला और अभिषेक कुमार बिना बताए ही दिल्ली छोड़कर गायब हो गए थे। वहीं इस बारे में जब क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने फोन पर दोनों से पूछा तो वह अधिकारी को खरी खोटी सुनाने लगे।
जिसके बाद दोनों सिपाही आला अफसरों के दबाव में दिल्ली पहुंच गए। जिनसे क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने स्पष्टीकरण तलब किया। जिससे गुस्साए सिपाहियों ने क्राइम ब्रांच के प्रभारी पर ही अपनी पिस्टल तान दी। इस मामले में एसएसपी का कहना है कि दोनों सिपाहियों को प्रथमदृष्टया आदेशों की अवहेलना और अनुशासनहीनता मानते हुए दोनों लाइन हाजिर किया गया है।