दरअसल जनसभा के दौरान केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा सभी को संबोधित कर रहे थे। तभी अचानक बत्ती गुल हो गयी। जिसके बाद मंत्री जी ने मोबाइल फोन टार्च की रोशनी में ही काफी देर तक जनसभा को सम्बोधित करते रहे। जिसके बाद आनन-फानन में जनरेटर चलाया गया। लेकिन हैरानी की बात ये है कि 24 घंटे और 20 घंटे बिजली का दावा करने वाली बीजेपी सरकार के शासन में गई इस लाइट को बड़े ही चालाकी से मंत्री जी ने एक बार फिर पूर्व की सरकारों पक ठिकरा फोड़ दिया। बिजली गुल होने को लेकर महेस शर्मा ने कहा कि सभा में बिजली गुल होना व्यवस्था का फेलियर होना नहीं है बल्कि पिछली सरकारों ने एक भी पावर प्लांट नही लगाया था, जिसकी वजह से आज लोगों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। लेकिन अब हमारी सरकार धीरे-धीरे सभी शहरों में पावर प्लांट लगा रही है।
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गौरतलब है कि प्रदेश सरकार कस्बों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति के दावे करती आ रही है मगर मंत्री की सभा में ही सरकारी दावों की पोल खुल गयी। वहीं योगी के संसदीय क्षेत्र के गडढायुक्त होने को लेकर कहा कि हमें जंग लगा सिस्टम मिला है उन सडकों को ठीक करने में थोडा समय लगेगा।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार कस्बों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति के दावे करती आ रही है मगर मंत्री की सभा में ही सरकारी दावों की पोल खुल गयी। वहीं योगी के संसदीय क्षेत्र के गडढायुक्त होने को लेकर कहा कि हमें जंग लगा सिस्टम मिला है उन सडकों को ठीक करने में थोडा समय लगेगा।