बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में दुनियाभर से करीब 2 हजार जमाती इक्टठा हुए थे। मरकज में 12 से अधिक विदेशी भी शामिल हुए थे। बुलंदशहर से भी लोग तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। ये 29 फरवरी को दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज गये थे। उसके बाद में तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने पर हड़कंप मच गया। कोरोना वायरस की वजह से कई की मौत भी हो गई। वहीं, बुलंदशहर में भी पुलिस ने 13 जमातियों को मजिस्द में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया था।
लेकिन, इनमें दो मौलवी मस्जिद से दिल्ली के लिए खेतोंं के रास्ते भाग निकले। जब ये दौलतपुर गांंव के पास पहुंचे। उसी दौरान कोरोना को लेकर पहरा दे रहे लोगों को शक होने पर पकड़ लिया गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर दौबारा से क्वारंटाइन करा दिया। ये दिल्ली के दिलशाद गार्डन के रहने वाले हैं। स्याना एसडीएम सुभाष सिंह ने बताया कि दो मौलवियों की भागने की सूचना मिली थी। पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया है।