बुलंदशहर. हैदराबाद और उन्नाव के बाद अब यूपी के बुलंदशहर में गैंगरेप और हत्या से जुड़ी एक बड़ी ख़बर सामने आई है। यहां 2 जनवरी 2018 की शाम को घर के पास से ट्यूशन पढ़कर लौट रही नाबालिग छात्रा के अपरहण के बाद गैंगरेप और हत्या के मामले में वारदात के डेढ़ साल बाद भी नाबालिग मृतका के परिवार को कोई सुरक्षा नहीं मिली तो अपनी सुरक्षा से चिंतित परिवार बुलंदशहर से पलायन करना पड़ा।
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जानकारी के अनुसार परिवार बीते अगस्त महीने में बुलंदशहर छोड़ गया है और अब मृतका के घर में किरायदार रहते हैं। इसमें सबसे बड़ी बात ये है कि घर में रहने वाले किरायेदार तक को भी ये जानकारी नहीं है कि आखिर नाबालिग मृतका का परिवार अब कहां है। बातचीत में मृतका के पिता ने बताया कि पीड़ित परिवार को तरह-तरह की धमकिया मिल रही थी, जिससे परेशान होकर उन्होंने अपना आशियाना छाने का फैसला किया। गौरतलब है कि 2 जनवरी 2018 की शाम घर के पास से नाबालिग का कार सवार दरिंदों ने अपरहण कर लिया था। इसके बाद 4 जनवरी 2018 को पुलिस को नाबालिग का शव ग्रेटर नोएडा के दादरी क्षेत्र में नाली में पड़ा मिला था।
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पूरी घटना का खुलासा करते हुए बुलंदशहर पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गैंगरेप, हत्या और पॉक्सो एक्ट में जेल भेजा दिया था, जबकि इस मामले में योगी सरकार की ओर से परिवार को 10 लाख की आर्थिक मदद भी दी गई थी। वहीं, पीड़ित परिवार का आरोप है कि गैंगरेप और हत्याकांड के खुलासे के बाद से ही उन्हें धमकियां मिल रही थी, सुरक्षा की मांग के बाद भी परिवार को सुरक्षा नहीं मिल पाई थी। वहीं, परिजनों के आरोप पर बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार ने दावा किया है कि पुलिस की जांच में धमकी जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। पीड़ित परिवार को हर हाल में इंसाफ दिलाया जाएगा। पुलिस का दावा ये भी दावा है कि परिवार स्वेच्छा से घर किराए पर उठाकर बाहर चला गया है। हालांकि, पलायन की ख़बर के बाद से ही पुलिस पीड़ित परिवार से संपर्क साधने में लगी है।