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मर्चेंट नेवी की ट्रेनिंग के लिए बेटे को भेजा था मलेशिया, अब शव लाने के लिए विदेश मंत्री से गुहार लगा रहा परिवार गांव के लाल के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों का संख्या में लोग उमड़े। शहीद की अंतिम यात्रा के दौरान ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, विनोद तेरा नाम रहेगा।’ जैसे नारों से गांव गूंजता रहा। शहीद विनोद के पार्थिव शरीर को छोटे भाई रूपपाल ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक थाना पहासू इलाके के गांव अमरपुर निवासी विनोद कुमार आईटीबीपी में बतौर एएसआई के पद पर दिल्ली में तैनात थे।
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सपा विधायक नाहिद हसन द्वारा दुष्कर्म पीड़िता के पिता को गोली मारने की धमकी देने के मामले में आया नया मोड़दिल्ली से विनोद कुमार अरुणाचल प्रदेश के लोअर सियांग में ऑडिट करने के लिए गए थे। बीती गुरुवार को लोअर सियांग में अचानक भूस्खलन के दौरान उनके वाहन पर पत्थर गिर गए थे, जिसमें विनोद समेत 5 जवान शहीद हो गए। सोमवार की सुबह गांव में शहीद विनोद का शव आया तो उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
यह भी पढ़ें-खाना बनाते समय हो गया ऐसा की अस्पताल पहुँच गयी महिला हर कोई अपने इलाके के लाल के अंतिम दर्शन करने के लिए बेचैन था। विनोद के परिवार में 3 भाई और उनकी मां हैं। विनोद की अचानक इस हादसे में हुई मौत से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। दोपहर में राजकीय सम्मान के साथ शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी दी गयी। इसके बाद छोटे भाई रूपपाल ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी।