यह भी पढ़ें- Rampur: घर के बाहर टहलने निकले शिवसेना नेता की गोली मारकर हत्या, समर्थकों ने अस्पताल में की तोड़फोड़ दरअसल, जिले के गांव धनौरा निवासी पूर्व प्रधान के पिता कालीचरण उर्फ भगतजी (80 वर्ष) करीब पांच वर्ष से कोतवाली के सामने सुरेन्द्र सोलंकी के मकान में बतौर किराए पर रह रहे थे। रोजाना की तरह बुधवार शाम करीब छह बजे कालीचरण दूध लेने के लिए कोतवाली के समीप स्थित गांव शेरपुर स्थित सलीमन के यहां पैदल जा रहे थे। जैसे ही वह राजू के मकान के सामने पहुंचे तभी बाइक सवार बदमाशों ने पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि कालीचरण को पीठ, बाजू और सिर में करीब सात गोलियां मारी गई हैं। करीब इतने ही राउंड हवाई फायरिंग भी हुई है। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मिथलेश उपाध्याय ने बताया कि हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
पत्नी और पुत्र के बाद अब कालीचरण की हत्या बता दें कि मृतक कालीचरण की पत्नी सिंगारी देवी की गांव धनौरा में ही वर्ष 2005 में घर पर ही हत्या हो चुकी है। वर्ष 2019 में पूर्व में प्रधान रहे जगपाल उर्फ बराती की हरियाणा के पलवल में घर पर ही हत्या हो चुकी है। कोतवाली के गांव धनौरा में तीन दशक से खूनी रंजिश चली आ रही है। वर्ष 1990 से अब तक करीब 24 से अधिक हत्याएं रंजिशन हो चुकी हैं। इसमें 12 से ज्यादा लोग अभी तक उम्रकैद की सजा पा चुके हैं। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्व प्रधान के पिता की हत्या के मामले की जांच की जा रही है। मुकदमा दर्ज कर स्वाट टीम और थाना पुलिस बदमाशों को तलाश रही हैं।