बता दें कि 3 दिसंबर को कथित गोकशी के बाद स्याना में हिंसा हुई थी। इसमें स्याना कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक युवक सुमित की मौत हो गई थी। इस मामले में 27 नामजद और करीब 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अब तक इस मामले में 35 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। भाजपा नेता शिखर अग्रवाल को मिलाकर अब तक 36 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें इंस्पेक्टर को गोली मारने के आरोप में प्रशांत नट भी शामिल है। जबकि हिंसा के मुख्य आरोपी बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं बुधवार रात को आैरंगाबाद पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे शिखर अग्रवाल को भी गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि शिखर अग्रवाल भाजपा युवा मोर्चा का स्याना नगर अध्यक्ष है। शिखर की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को स्याना भारी विरोध देखा गया। स्याना के सभी व्यापारियों ने बाजार बंद कर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
CBI के छापे के बाद IAS बी चंद्रकला ने पहली बाद दिया ये बड़ा बयान! वहीं शिखर की गिरफ्तारी पर पिता रंजीत अग्रवाल ने भाजपा सरकार की मंशा पर जमकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा गोकशी की सूचना पर गया जरूर था, लेकिन वह हिंसा में शामिल नहीं था। उस दौरान वह पुलिस चौकी में ही बैठा था। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है। इस मामले में सीबीआर्इ की जांच होनी चाहिए। इसके लिए हमने भाजपा नेताआें से सीबीआर्इ जांच की मांग की थी, लेकिन भाजपा नेताआें इस मांग को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके बाद हमने कोर्ट की शरण ली है। 11 जनवरी को इसकी सुनवार्इ है।