कुत्तों के शिकार मरीज इस उम्मीद के साथ अस्पताल में पहुंचते हैं, ताकि उसको ट्रीटमेंट मिल जाएगा। लेकिन अस्पताल में कुत्तों की घूमती टोली को देखकर उसका हौंसला पस्त हो जाता है। टहलते कुत्तों का नजारा जो आप देख रहे हैं, यह किसी गली मोहल्ले की तस्वीर नहीं है। बल्कि बुलंदशहर मुख्यालय के सरकारी अस्पताल की तस्वीर है। यहां आए दिन कुत्तों की बारात देखी जा सकती है। कई बार तो कुत्ते मरीज के बेड पर ही चढ़ जाते हैं। जिले भर से कुत्तों का शिकार हर रोज 125 से 150 लोग जिला अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए आते हैं। इसमें बच्चों की भी खासा तादाद होती है।