उन्होंने कहा कि वनस्पति को भी देवता माना गया है। स्वामी अवधेशानंद ने कहा कि एक किलोग्राम मिट्टी में 5 करोड़ जीवाणु होती है। मगर उर्वरकों के प्रयोग अब इनकी संख्या घटकर मात्र 50 लाख रह गई है। इसलिए उर्वरक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। गाय की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि गाय में सभी देवताओं का वास होता है। भारत की देशी गाय को विदेशी पाल रहे हैं। आठ देशों में केवल भारतीय देशी गाय का पालन होता है। गाय सभी रोगों से मुक्त करती है।
तुलसी का घर में पौधा लगाने और सूर्य को जल देने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शून्य, प्रतिशत और दशमलव भारत की खोज है। भारत ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म में सभी से ऊपर है।