सत्संग भवन में खेलने जाती थी बच्चियां
परिजनों के मुताबिक दोनों बच्चियां पढ़ाई के बाद खेलने के लिए सत्संग भवन में जाती थीं। आश्रम का सेवादार 8 महीने तक बच्ची को अपना शिकार बनाता रहा। एक दिन जब बच्ची के पेट में दर्द हुआ तब परिजनों ने नगर के एक निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर उसका इलाज करवाया, जहां छात्रा के चार माह के गर्भवती होने का खुलासा हुआ। इसके बाद बच्चियों ने पूरी घटना के बारे में अपने घरवालों को बता दिया। यह भी पढ़ें: छात्रा से रेप कर भाग रहे मुस्लिम शिक्षक को भीड़ ने घेरकर पीटा, मच गया हंगामा