हेल्थ सेक्टर को क्या-क्या मिला…
1- स्वास्थ्य बजट 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2.38 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया।
2- 70 हजार गांवों के वेलनेस सेंटर्स को इससे मदद मिलेगी।
3- 602 जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल शुरू किए जाएंगे।
4 – 64,180 करोड़ रुपए के बजट के साथ प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना शुरू होगी। इसके जरिए स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों की क्षमता विकसित करने के लिए, नई बीमारियों का पता लगाने और ठीक करने के लिए संस्थानों का विकास किया जाएगा।
5 – कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का ऐलान। वित्त मंत्री ने कहा, इससे ज्यादा भी खर्च किए जा सकते हैं।
6 – नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल को मजबूत किया जाएगा।
7- इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फॉर्मेशन पोर्टल शुरू किया जाएगा ताकि पब्लिक हेल्थ लैब्स को कनेक्ट कर सकें।
8 – 15 हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर्स शुरू किए जाएंगे।
9- 9 बायो सेफ्टी लेवल ३ लैब शुरू होंगी।
10 – स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाने का ऐलान किया। जिसके तहत शहरों में अमृत योजना को आगे बढ़ाया जाएगा, इसके लिए 2,87,000 करोड़ रुपये जारी किए गए।
11 – स्वास्थ्य क्षेत्र के बजट को 137 फीसदी तक बढ़ाया गया है।
12 – कोविड वैक्सीन के लिए 35,000 करोड़ रुपये भी आवंटित किए जाएंगे।
वैक्सीन खरीद के लिए 35,000 करोड़ रुपये की पूरक राशि भी प्रस्तावित-
कोविड महामारी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने इस वर्ष संसद में पेश आम बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। सोमवार को सदन में बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि छह वर्षो में 64,180 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ ‘पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत’ योजना शुरू की जाएगी। ‘पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत’ योजना कोरोना के कारण देश में आई हेल्थ सेक्टर की समस्याओं को देखते हुए शुरू की गई है, ताकि आने वाले समय में यदि कोरोना जैसी कोई आपदा आए तो देश को हेल्थ सेक्टर से जुड़ी किसी समस्या का सामना न करना पड़े। कोरोना वायरस के टीकाकरण के लिए भी विशेष फंड जारी किया गया है। देश में कोविड वैक्सीन की खरीद एवं वितरण के लिए 35,000 करोड़ रुपये की पूरक राशि भी प्रस्तावित है। इस राशि का उपयोग कोरोना वैक्सीनेशन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
स्वास्थ्य एवं जन-कल्याण के लिए कुल 2,23,846 करोड़ रुपये प्रस्तावित-
पिछले वित्तीय वर्ष के बजट से इस साल 2021-2022 के हेल्थ बजट में 137 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। स्वास्थ्य व कल्याण के लिए बजट परिव्यय 2,23,846 करोड़ रुपये है जो पिछले साल की तुलना में 137 प्रतिशत अधिक है। बजट पेश करते हुए सीतारमण ने कहा कि सरकार देश भर में 15 हेल्थ इमरजेंसी सेंटर का निर्माण कराएगी। वर्ष 2021-022 के लिए स्वास्थ्य एवं जन-कल्याण के लिए कुल 2,23,846 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। इसकी मदद से राष्ट्रीय संस्थानों के साथ-साथ प्राइमरी व सेकंडरी हेल्थ केयर सुविधाओं को और विकसित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस मद में और धन मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। सीतारमण ने कहा कि इन बजट प्रस्तावों से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य व कल्याण, समावेशी विकास, नवाचार समेत छह स्तम्भों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।