बता दें कि कोरोना काल में देष की अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने के लिए वित मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई राहत पैकेजों का ऐलान किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहली बार वित्त मंत्री को न केवल एक बल्कि कई आर्थिक पैकेज देने थे, जो एक तरह से मिनी बजट थे। 2020 में एक प्रकार से मिनी बजट का सिलसिला चलता रहा और इसलिए यह बजट भी उन चार-पांच मिनी बजट के हिस्से के रूप में ही देखा जाएगा यह मेरा विश्वास है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इस आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2022 के लिए आर्थिक ग्रोथ का अनुमान 11 फीसदी पर रखा गया है। वहीं वित्त वर्ष 2021 में आर्थिक ग्रोथ रेट में 7.8 फीसदी के सिकुड़ने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2022 के लिए नॉमिनल जीडीपी का अनुमान 15.4 फीसदी पर रखा गया है।
बता दें कि आमतौर पर आर्थिक सर्वे आम बजट से एक दिन पहले सदन में पेश किया जाता है, लेकिन इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट से तीन दिन पहले ही इसे संसद में पेश किया। बता दें कि आर्थिक सर्वे देश की अर्थव्यवस्था पर एक तरह का आधिकारिक रिपोर्ट होता है। आर्थिक सर्वेक्षण को मुख्य आर्थिक सलाहकार के साथ वित्त और आर्थिक मामलों के जानकारों की टीम तैयार करती है।