आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने बताया कि बुजुर्ग महिला ने जैसे ही बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास के लिए रिश्वत दी है तो प्रमुख सचिव को पूरे मामले से अवगत कराया और इस मामले में कार्रवाई करने को कहा, जिस पर शासन स्तर से कार्रवाई की गई। वहीं बदायूं के डीएम मनोज कुमार ने बताया कि शासन स्तर से इस मामले में कार्रवाई की गई है। जांच भी कराई जा रही थी। सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे पात्र व्यक्ति को मिले, इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस वीडियो को लेकर भाजपा पर निशाना साधा था। वहीं सपा नेता शिवपाल यादव ने भी टिप्पणी की थी।
दातागंज तहसील के बक्सेना गांव में बड़ी संख्या में अपात्राें को आवास का लाभ दिया गया। इसकी कई बार शिकायत हुई। जब अधिकारियों ने गहनता से जांच की तो पता चला कि गांव में 30 से अधिक आवास अपात्रों को दिए गए हैं। इसके बाद प्रशासन स्तर से इस मामले में कार्रवाई की गई। इसी क्रम में 15 जनवरी को दातागंज तहसील के गांव हथनीभूंड के भी कई पात्र लोग डीएम से मिले और शपथ पत्र दिया। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनसे आवास के नाम पर 20-20 हजार रुपये मांगे गए, रुपये न देने पर उनका नाम पात्रता सूची से बाहर कर दिए गए। 29 दिसंबर को ब्लॉक कादरचौक के गांव गौरामई की पंचायत सहायक पर आवास के नाम पर रुपये मांगने का आरोप लगा। साथ ही इस मामले में भी वीडियो वायरल हुआ था।