हट्टा-कट्टा है कमाता क्यों नहीं
बदायूं की ट्यूबवेल कॉलोनी निवासी का मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहना है कि वह नलकूप विभाग में मेठ के पद पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद पर तैनात हैं। वह कॉलोनी में अकेले रहती हैं। उनका कहना है कि एक अक्टूबर को सुबह करीब साढ़े दस बजे उनका बेटा राजेश कुमार उर्फ राजन और उसकी पत्नी अल्का उनके पास आए। वो दोनो खर्चे के लिए उनसे पैसे मांगने लगे। उन्होंने पांच हजार रुपए की मांग उनके सामने रखी।
गला दबाकर मारना चाहा
पीड़िता रानी देवी ने रुपए देने से इनकार कर दिया। उन्होंने बेटे से कहा कि वह हट्टा कट्टा है, कुछ कमाता क्यों नहीं है। वह खुद से ही अपना खर्च निकाल सकता है। इस बात से नाराज होकर बेटे और बहू ने उन्हें चारपाई पर पटक दिया और उनकी पिटाई कर दी। उनका गला दबाकर जान लेने की कोशिश भी की।
मोहल्ले वालों ने बचाई जान
चीख-पुकार सुनकर मोहल्ले के कुछ लोग आ गए। उन्होंने किसी तरह आरोपियों के चंगुल से पीड़िता को बचाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला का कहना है कि उनका बेटा ही उनकी जान का दुश्मन बना हुआ है। वह इस बात से काफी डरी-सहमी हैं। पीड़िता ने पुलिस को तहरीर देकर अपने बेटे और बहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
चीख-पुकार सुनकर मोहल्ले के कुछ लोग आ गए। उन्होंने किसी तरह आरोपियों के चंगुल से पीड़िता को बचाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला का कहना है कि उनका बेटा ही उनकी जान का दुश्मन बना हुआ है। वह इस बात से काफी डरी-सहमी हैं। पीड़िता ने पुलिस को तहरीर देकर अपने बेटे और बहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।