बदायूं. दिल्ली के निर्भया कांड की तर्ज पर बदायूं में एक महिला के साथ हुई हैवानियत से यूपी की राजनीति में उबाल आ गया है। विपक्षी दलों ने गैंगरेप के बाद हत्या की घटना की कड़ी निंदा की है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने दोषियों को कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है-महिला सुरक्षा पर सरकार की नीयत में खोट है। जबकि समाजवादी पार्टी ने पीडि़ता के परिजनों से मिलने दल भेजने का फैसला लिया है। विपक्ष के जोरदार हमले के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि स्पेशल टॉस्क फोर्स लगाकर दोषियों की गिरफ्तारी हो। उन्होंने फास्ट ट्रैक में मुकदमा चलाने की भी स्वीकृति दे दी है। इस मामले में पुलिस ने मंदिर के महंत समेत तीन लोगों पर गैंगरेप के बाद हत्या का केस दर्ज किया है। अब तक दो की गिरफ्तारी हुई है। हालांकि, मुख्य आरोपी अब भी फरार है। लापरवाह थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। फरार आरोपी की तलाश में चार टीमें लगाई गई हैं।
आने वाले तीन दिन यूपी के कई जिलों पर भारी पड़ेगा मौसम, भारी बारिश और ठंड का अलर्ट बदायूं गैंगरेप मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। महिला के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या के मामले में महिला आयोग ने यूपी पुलिस से सवाल किया है। महिला आयोग ने पूछा कि एफआईआर दर्ज करने में इतनी देरी क्यों हुई। इसके अलावा महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के डीआईजी को चिट्ठी भेजकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। पीड़ित परिवारवालों का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में देरी की।
क्या है मामला बदायूं के उघैती थाना इलाके के एक गांव में एक 50 वर्षीय महिला आंगनवाड़ी सहायिका का शव संदिग्थ हालत में मिला था। आरोप है कि रविवार को मंदिर में गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी गयी। महिला रोज मंदिर में पूजा करने जाती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ गैंगरेप हुआ है। उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई, जिससे अंदरूनी पार्ट बुरी तरह प्रभावित हुआ। इसके अलावा, शरीर पर कई जगह घाव के निशान हैं और कई हड्डियों को तोड़ा गया है। बायां फेफड़ा फटा हुआ था और बायां पैर भी टूटा हुआ मिला है।
परिवार वालों का आरोप महिला के परिवार वालों का आरोप है कि घटना के करीब सात घंटे बाद यानी रात 12 बजे पुजारी सत्यनारायण दास, वेदराम और यशपाल महिला को अद्र्धनग्न अवस्था में घर के बाहर फेंककर चले गए। इस दौरान उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। उसका एक पैर टूटा था। आरोप है कि सूचना के बाद भी पुलिस सोमवार दोपहर तक मौके पर नहीं पहुंची। मंगलवार दोपहर बाद शव का पैनल में पोस्टमार्टम हुआ।
दो गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार एसएसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि परिजनों की तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर तीन पर हत्या व दुष्कर्म का मुकदमा लिखा गया है। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपी अभी फरार है। लापरवाह थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। फरार आरोपी की तलाश में चार टीमें लगी हैं।
मुद्दे ने लिया राजनीतिक रंग, सपा ने कहा-मानवता शर्मसार
यूपी के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने बदायूं के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा है, पूजा करने गई 50 वर्षीय आंगनवाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप और निर्मम हत्या ने संपूर्ण मानवता को शर्मसार किया है।” डूब मरें सत्ताधीश, जो महिला सुरक्षा के सिर्फ झूठे दावे करते हैं। दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिला कर न्याय किया जाए”।
यूपी के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने बदायूं के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा है, पूजा करने गई 50 वर्षीय आंगनवाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप और निर्मम हत्या ने संपूर्ण मानवता को शर्मसार किया है।” डूब मरें सत्ताधीश, जो महिला सुरक्षा के सिर्फ झूठे दावे करते हैं। दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिला कर न्याय किया जाए”।
दोषियों को मिले सजा: मायावती बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “महिला के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना अति दु:खद व निन्दनीय है। राज्य सरकार इस घटना को गंभीरता से ले व दोषियों को सख्त सजा दिलाना भी सुनिश्चित करे, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।”
हाथरस कांड की पुनरावृत्ति: प्रियंका कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने घटना की हाथरस कांड से तुलना करते हुए सरकार को घेरते हुए कहा कि “हाथरस में सरकारी अमले ने शुरुआत में फरियादी की नहीं सुनी। सरकार ने अफसरों को बचाया और आवाज को दबाया। बदायूं में भी थानेदार ने फरियादी की नहीं सुनी, घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया।
सीएम योगी ने मांगी रिपोर्ट, कहा- एसटीएफ लगाना पड़े तो लगाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के संबंध में एडीजी से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने निर्देश है दिया कि अगर स्पेशल टास्क फोर्स को भी लगाना पड़े तो उन्हें लगाकर जल्द घटना की जांच की जाएं। घटना के लिए जरूरत अनुसार फास्ट ट्रैक में मुकदमा चलाये जाने की भी उन्होंने स्वीकृति दे दी है।