हो सकता है कि कई लोग वर्तमान युग में इन किताबों को श्रापित किताबों की संज्ञा देने से सहमत ना हों। लेकिन इनके बारे में जानकारी आपको थोड़ी हैरानी जरूर हो सकती है।
1. द ग्रैंड ग्रीमॉयर
इस पुस्तक के दो अतिरिक्त नाम ‘डार्केस्ट बुक इन द वर्ल्ड’ तथा ‘द बुक विद इंक्रेडिबल पावर’ भी हैं। ऐसी मान्यता है कि 1512 में इस किताब को लिखने वाला लेखक एक शैतान की गिरफ्त में था। इस पुस्तक की पठनीय सामग्री शैतान और रहस्यमयी ताकतों को बस में करने की तरकीब पर आधारित है। इस किताब को मंत्रोच्चार के बाद गुप्त तिजोरी में रखने का कारण यह है कि, द ग्रैंड ग्रीमॉयर को पूरा पढ़ने वाले इंसान की आत्मा को शैतान के हवाले करना होता है।
2. कोडेक्स गिगैस
दुष्टात्माओं की उपासना करने के लिए प्रेरित करने वाली यह पुस्तक काफी कम वक्त में 13वीं शताब्दी में लिखी गई थी। इस किताब के पन्ने चमड़े के बने हुए हैं। ऐसा कहा जाता है कि एक सन्यासी द्वारा मठवासी प्रतिज्ञा को भंग करने के कारण राजा ने उसे जीवित चुनवाने का आदेश दिया। इस दंड से बचने के लिए सन्यासी ने राजा को वचन दिया कि वह मठ को गौरवान्वित करने वाली एक किताब रात भर में लिख देगा। परंतु समय पर काम पूरा ना होता देख उसने शैतान को प्रसन्न कर पुस्तक लिखने हेतु तैयार कर लिया। जिसके बदले में सन्यासी को अपनी जान गंवानी पड़ी।
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चमड़े के पन्नों पर लिखी गई इस किताब के बारे में शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर कोई ऐसी किताब लिखना चाहे तो उसे 20 से 25 साल का वक्त तो अवश्य लगेगा। परंतु इसकी लिखावट से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इसे बहुत ही कम समय में लिखा गया है। वर्तमान में इस पुस्तक को स्वीडन के पुस्तकालय में महफूज रखा गया है।
3. द बुक ऑफ अब्रामैलिन
इस किताब को एक जादूगर की बातों से प्रभावित होकर 15 वीं सदी में अब्राहम नाम के व्यक्ति ने लिखा था। इस किताब के पीछे की कहानी बड़ी ही रोचक है। कहते हैं कि एक बार अब्राहम इजिप्ट में एक जादूगर से मिला जिसने उसे शैतानी और तिलिस्मी ताकतों के बारे में बताया। उसी के बाद अब्राहम ने इस किताब को लिखा। यह पुस्तक मृत मनुष्य को वापस जीवित करने, हवा में उड़ने, आत्माओं से बात करने के तरीकों एवं दुनिया में छिपे खजाने के गुप्त स्थानों के बारे में है। अब्राहम का मानना था कि हर मनुष्य के भीतर एक अनदेखा शैतान समाया हुआ है, उसी शैतान से रूबरू होने की विधा इस पुस्तक में बताई गई हैं।