1. आषाढ़ का एक दिन (मोहन राकेश)
कालिदास और मल्लिका के प्रेम को दर्शाने वाला यह नाटक मोहन राकेश द्वारा लिखित है।
समाज के लोगों द्वारा प्रेम के लिए क्या मापदंड निर्धारित किए गए हैं यह जानने के लिए यह एक बेहतरीन पुस्तक है। इस नाटक को सामाजिक परिस्थितियों और आज के हालातों का मिश्रण कहा जा सकता है।
2. पिंजर (अमृता प्रीतम)
विभाजन पर आधारित यह किताब लेखिका अमृता प्रीतम द्वारा पंजाबी भाषा में लिखी गई थी जिसका बाद में हिंदी अनुवाद खुशवंत सिंह द्वारा किया गया। किताब की कहानी पर बनी चुकी एक फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। उपन्यास में एक हिंदू युवती और एक मुस्लिम युवक के प्रेम को कहानी में पिरोया गया है।
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3. लज्जा (तस्लीमा नसरीन)
इस किताब में बाबरी मस्जिद के अयोध्या में ध्वस्त होने पर बांग्लादेश के समाज पर पड़े प्रभाव को लिखा गया है। बांग्लादेश की स्थिति और वहां के निवासियों के साथ घटित घटनाओं को लिखने के कारण तस्लीमा को वहां से निकाल दिया गया और साथ ही उनकी किताबों को भी वहां देखने की अनुमति नहीं है।
4. गोदान (मुंशी प्रेमचंद)
हिंदी साहित्य प्रेमियों के लिए मुंशी प्रेमचंद कोई अनजाना नाम नहीं है। गोदान नामक उपन्यास मुंशी प्रेमचंद की बेहतरीन रचनाओं में से एक माना जाता है। यह उपन्यास उस दौरान लिखा गया जब भारत ब्रिटिश शासन के गुलामी में था।
गोदान में उस वक्त के भारतीय समाज और परिवार के हालातों को भलीभांति लिखा गया है।
5. गुनाहों का देवता (धर्मवीर भारती)
उपन्यासकार धर्मवीर भारती द्वारा लिखित गुनाहों का देवता को सबसे अधिक पढ़े जाने वाली उपन्यासों में से एक माना जाता है। इस उपन्यास के नायक की एक तरफा मोहब्बत अंजाम तक ना पहुंचने के कारण वह गुनाह के मुकदमे में फंस जाता है।
6. सत्य के साथ मेरे प्रयोग (महात्मा गांधी)
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जीवन अनुभवों को बयान करने वाली यह उनकी आत्मकथा है। सत्य और अहिंसा के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाली यह आत्मकथा उनके द्वारा जीवन काल में सामना की गई कठिनाइयों की श्रंखला है।