टफ किरदार के लिए लिया चैलेंज
हाल ही एक इंटरव्यू में भूमि ने अपनी हर फिल्म की चॉइस से रूढ़ियों (Stereotypes) को तोड़ने को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मेरी फिल्मों की सबसे बड़ी खासयित यह रही कि मुझे इनसे रचनात्मक संतुष्टि मिली। इन फिल्मों को करने का उनका मुख्य उद्देश्य अपने काम और टैलेंट को लोगों को दिखाना था। मैं अच्छे डायरेक्टर्स के साथ काम करने और अच्छी कहानियों का हिस्सा बनने को लेकर लालची थी। एक्ट्रेस का कहना है, ‘मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही बात चल रही थी कि मुझे एक के बाद एक बेहतरीन फरफॉर्मेंस देनी हैं। इसके अलावा कुछ भी मेरे लिए मायने नहीं रखता। ‘सांड की आंख’ फिल्म्म में मेरा किरदार एक साहसी दादी का था जो मैंने खूब एन्जॉय किया। सबसे खास बात यह थी कि दादी के डायलॉग से ज्यादा उनकी बंदूक बोलती थी।