‘आर्यन उसके पापा के धर्म को फॉलो करेगा’
दरअसल, गौरी खान जब ‘कॉफी विद करण’ के सीजन एक में पहुंची, तो करण ने उनके और शाहरुख खान के धर्म के अंतर के बारे में पूछा। इस पर गौरी ने कहा था,’ शाहरुख के माता-पिता नहीं हैं। अगर वे होते, तो वे इस बात का ख्याल रखते। लेकिन हमारे घर में ऐसा नहीं है। मैं ही दिवाली और होली जैसे त्योहार मनाने की जिम्मेदारी लेती हूं। इसलिए हिन्दू वाले पार्ट का मेरे बच्चों में प्रभाव रहेगा… लेकिन मुझे लगता है कि आर्यन उसके पापा के धर्म को फॉलो करेगा। वह हमेशा खुद को मुस्लिम कहेगा। जब वह मेरे मां को ये बात कहता है, तो वे पूछती हैं, क्या मतलब है तुम्हारा?’
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‘शाहरुख के धर्म का सम्मान, लेकिन नहीं किया धर्म परिवर्तन’
गौरी खान ने बताया कि वह उनके पति के धर्म का सम्मान करती हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि वे धर्म परिवर्तन कर लें। गौरी ने आगे कहा,’हमारे बीच एक बैलेंस है, मैं शाहरुख के धर्म का सम्मान करती हूं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि मैं धर्म परिवर्तन कर लूं और मुस्लिम बन जाऊं। मेरा इसमें विश्वास नहीं है। मुझे लगता है कि हर कोई अलग व्यक्ति है ओर अपना धर्म फॉलो करता है। हालांकि किसी तरह का तिरस्कार नहीं होना चाहिए। जैसे कि शाहरुख भी मेरे धर्म का तिरस्कार नहीं करते हैं।’
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‘हम इंडियन हैं यार, कोई धर्म नहीं है’
गौरतलब है कि शाहरुख और गौरी दोनों धर्मों के त्योहार अपने घर में बच्चों के साथ मनाते हैं। आर्यन, सुहाना और अबराम को यही सिखाया जाता है कि वे पहले भारतीय हैं। इस बात को एक बार शाहरुख खान ने कुछ इस तरह बताया था,’हमने कोई हिन्दू-मुस्लिम की बात नहीं की। मेरी बीवी हिन्दू है, मैं मुस्लिम हूं। और मेरे जो बच्चे हैं, वो हिन्दुस्तान है। जब वो स्कूल गए तो स्कूल में वो भरना पड़ता है कि धर्म क्या है। तो जब मेरी बेटी छोटी थी, उसने मुझसे एक बार पूछा भी, पापा हम कौन से धर्म के हैं? मैंने उसमें ये लिखा कि हम इंडियन हैं यार, कोई धर्म नहीं है। और होना भी नहीं चाहिए।’