सरोज खान ने पहले एक पाकिस्तानी चैनल को इंटरव्यू (Old Interview) दिया था। जिसमें उन्होंने अपने धर्म परिवर्तन के बारे में जिक्र किया था। उन्होंने बताया कि शादी से पहले वो एक हिंदू थीं। उनका असल नाम सरोज किशन चंद साधू सिंह नागपाल था। वो एक सिंधी पजांबी थीं। उन्होंने सोहनलाल से शादी की थी। वे उनसे करीब 30 साल बड़े थे। पहले वे पाकिस्तान में रहते थे मगर पार्टिशन के बाद वे भारत आ गए थे। तभी सरोज खान ने अपना धर्म बदला। कहा जाता है कि उन्होंने पति की वजह से धर्म परिवर्तन किया। हालांकि सरोज ने इस बात का खंडन किया और कहा कि इस्लाम अपनाने के लिए उन्हें किसी ने मजबूर नहीं किया है। उन्होंने अपनी मर्जी से इसे अपनाया है।
उन्होंने इंटरव्यू में यह भी कहा था,मैं जब छोटे बच्चों को इस्लाम का पालन करती देखती थीं, इबादत करती देखती थी तो मुझे बहुत अच्छा लगता था। तभी से मुझे इस्लाम को अपनाने का मन करता था। इसके अलावा सपने में मुझे एक बच्ची मस्जिद (Mosque) के अंदर से पुकारती दिखती थी। सपने (Dream) में वो बच्ची मुझे मेरीमां बताती थी और बार-बार उन्हें पुकारती थी। सरोज ने बताया कि उन्हें ये सपना अक्सर आता था। तभी मैंने इस्लाम कुबूल करने का मन बनाया था।