दरअसल ये बात साल 1966 में रिलीज हुई फिल्म तीसरी कसम में के समय की है। इस फिल्म में राज कपूर और वहीदा रहमान लीड रोल में नजर आए थे। इस फिल्म की शूटिंग मध्यप्रदेश के बीना में पूरी होकर खत्म हो चुकी थी। अब सभी को बीना से मुंबई लौटना था। लेकिन बीना से मुंबई के लिए फ्लाइट्स नहीं थी। ऐसे में सब ट्रेन से चल दिए थे जिनमें राज कपूर, उनके दो दोस्त, वहीदा रहमान उनकी बहन सईदा और हेयर ड्रेसर भी शामिल थीं।
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स्टूडेंट्स बेहद गुस्सा हो गए
राज कपूर तो स्टूडेंट्स से मिल लिए, लेकिन अब स्टूडेंट्स वहीदा से मिलने की जिद करने लगे। भीड़ को देखकर राज कपूर को लगा कि यहां वहीदा को नहीं आना चहिए उन्होंने वहीदा के न आने की बात कही और वापस ट्रेन में आ गए। इससे स्टूडेंट्स गुस्सा हो गए और जिद करने लगे। यहां तक कि स्टूडेंट्स की भीड़ ने ट्रेन पर पत्थराव करना शुरू कर, ट्रेन के शीशे टूट गए।