CAA पर अजय देवगन का बड़ा बयान, कहा- कुछ कहा तो वो मेरी फिल्म ‘तानाजी’ को बैन कर देंगे दरअसल, साल 1980 में 16 फरवरी को देश में ऐसा ही दुर्लभ सूर्यग्रहण पड़ा था। इसे देखने के लिए पूरे देशवासी परेशान थे। उनको पता नहीं था कि इसे देखने से नुकसान हो सकता है।लेकिन सरकार को ये बात पता थी और वो लोगों को रोकना चाहती थी जिससे उनकी आंखों को परेशानी ना हो। उस दौर में फिल्मों के बहुत क्रेज था। घरों की टीवी में केवल दूरदर्शन आता था, जिस पर गिनी-चुनी फिल्में आया करती थीं। सरकार ने भी लोगों को सूर्यग्रहण देखने से रोकने के लिए इसी का सहारा लिया। सरकार ने सूर्यग्रहण के वक्त अमिताभ-धर्मेंद्र की बेस्ट कॉमेडी फिल्म चुपके-चुपके को पूरे दिन टेलिकास्ट किया। फिल्म आई तो लोग ग्रहण को भूल गए और टीवी पर चिपक गए।
सनी देओल की छोड़ी हुई फिल्म से सुपरस्टार बने अक्षय कुमार, लगातार फ्लॉप हुई थीं 14 फिल्में बता दें ‘चुपके-चुपके’ (chupke chupke) जबरदस्त कॉमेडी है। यह फिल्म साल 1978 में रिलीज हुई थी जिसका निर्देशन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था। इसमें धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, शर्मिला टैगोर और जया बच्चन ने मुख्य किरदार निभाया था। कालजयी फिल्म चुपके-चुपके में धर्मेंद्र ने ड्राइवर प्यारे मोहन और प्रोफेसर परिमल त्रिपाठी का रोल निभाया था।