17 साल बाद गए गांव
सुशांत सिंह राजपूत भले ही एक स्टार थे, लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी को सादगी के साथ जिया। वह बिहार के पटना के रहने वाले थे। मुंबई में अपना करियर बनाने के बाद भी सुशांत अपने परिवार व गांव से जुड़े हुए थे। साल 2019 में सुशांत अपनी मां की मांगी हुई एक मन्नत पूरी करने 17 साल बाद गांव गए थे। दरअसल, सुशांत ने अपने पढ़ाई पटना से ही पूरी की थी। वह एक होनहार छात्र थे। आगे की पढ़ाई के लिए सुशांत गांव से बाहर गए और फिर उन्होंने एक्टिंग की तरह रुख किया। लेकिन जब सुशांत छोटे थे तो उनकी मां ने मन्नत मांगी थी कि अगर बेटा ठीक रहेगा और अच्छा काम करेगा तो वह माता के मंदिर में मुंडन करवाएंगी।
सुशांत सिंह राजपूत भले ही एक स्टार थे, लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी को सादगी के साथ जिया। वह बिहार के पटना के रहने वाले थे। मुंबई में अपना करियर बनाने के बाद भी सुशांत अपने परिवार व गांव से जुड़े हुए थे। साल 2019 में सुशांत अपनी मां की मांगी हुई एक मन्नत पूरी करने 17 साल बाद गांव गए थे। दरअसल, सुशांत ने अपने पढ़ाई पटना से ही पूरी की थी। वह एक होनहार छात्र थे। आगे की पढ़ाई के लिए सुशांत गांव से बाहर गए और फिर उन्होंने एक्टिंग की तरह रुख किया। लेकिन जब सुशांत छोटे थे तो उनकी मां ने मन्नत मांगी थी कि अगर बेटा ठीक रहेगा और अच्छा काम करेगा तो वह माता के मंदिर में मुंडन करवाएंगी।
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मां की इसी इच्छा को पूरा करने के लिए सुशांत सिंह राजपूत 17 साल बाद अपने गांव गए थे। सुशांत ने गांव जाकर अपना मुंडन करवाया था। हालांकि, उन्होंने पूरे बाल कटवाने की जगह परंपरा को पूरा करने के लिए थोड़े ही बाल कटवाए थे। सुशांत ने खगड़िया जिले के बोरने स्थित भगवती मंदिर में मुंडन करवाया था। यहां उनका ननिहाल है। इस बारे में एक बार सुशांत ने कहा था, “मुझे मां से भी प्यार है और देवी मां से भी, इसलिए सब छोड़ककर मन्नत पूरी करने 17 साल बाद आया हूं।” मुंडन कराने के बाद सुशांत ने गांव पहुंचकर अपने खेत और आम के बगीचे को भी देखा था।
मां की इसी इच्छा को पूरा करने के लिए सुशांत सिंह राजपूत 17 साल बाद अपने गांव गए थे। सुशांत ने गांव जाकर अपना मुंडन करवाया था। हालांकि, उन्होंने पूरे बाल कटवाने की जगह परंपरा को पूरा करने के लिए थोड़े ही बाल कटवाए थे। सुशांत ने खगड़िया जिले के बोरने स्थित भगवती मंदिर में मुंडन करवाया था। यहां उनका ननिहाल है। इस बारे में एक बार सुशांत ने कहा था, “मुझे मां से भी प्यार है और देवी मां से भी, इसलिए सब छोड़ककर मन्नत पूरी करने 17 साल बाद आया हूं।” मुंडन कराने के बाद सुशांत ने गांव पहुंचकर अपने खेत और आम के बगीचे को भी देखा था।
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सुशांत ने गांव में अपने फैंस के साथ सेल्फी भी खिंचवाई थी। बता दें कि साल 2000 में सुशांत सिंह राजपूत दिल्ली में बस गए थे। लेकिन किस्मत उन्हें एक्टिंग में ले आई। सुशांत ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत टीवी सीरियल ‘किस देश में है मेरा दिल’ नामक धारावाहिक से किया था। लेकिन उन्हें असली पहचान एकता कपूर के सीरियल ‘पवित्र रिश्ता’ से मिली थी। इस सीरियल के बाद उन्हें काफी पॉपुलैरिटी मिली। कुछ सालों बाद उन्होंने इस सीरियल को छोड़ दिया और फिल्मों में एंट्री की। इसके बाद साल 2013 में उन्होंने ‘काय पो छे!’ से अपना डेब्यू किया। इस फिल्म के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
सुशांत ने गांव में अपने फैंस के साथ सेल्फी भी खिंचवाई थी। बता दें कि साल 2000 में सुशांत सिंह राजपूत दिल्ली में बस गए थे। लेकिन किस्मत उन्हें एक्टिंग में ले आई। सुशांत ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत टीवी सीरियल ‘किस देश में है मेरा दिल’ नामक धारावाहिक से किया था। लेकिन उन्हें असली पहचान एकता कपूर के सीरियल ‘पवित्र रिश्ता’ से मिली थी। इस सीरियल के बाद उन्हें काफी पॉपुलैरिटी मिली। कुछ सालों बाद उन्होंने इस सीरियल को छोड़ दिया और फिल्मों में एंट्री की। इसके बाद साल 2013 में उन्होंने ‘काय पो छे!’ से अपना डेब्यू किया। इस फिल्म के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।