बचपन से था एक्टिंग का शौक
सतीश कौशिक का जन्म हरियाणा में हुआ था। उन्हें बचपन से ही एक्टिंग का शौक था। प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया। फिल्मों में काम करने से पहले उन्होंने थिएटर किया। उन्होंने कई नाटकों में अभिनय किया है। बाद में उन्होंने 1983 में रिलीज हुई क्लासिक फिल्म ‘जाने भी दो यारो’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इस फिल्म में उनके साथ नसीरुद्दीन शाह, भक्ति बर्वे, नीना गुप्ता जैसे कई प्रतिभाशाली कलाकार थे।
कई फिल्मों में नीना और सतीश ने किया था काम
सतीश और नीना ‘जाने भी दो यारो’ के सेट पर अच्छे दोस्त बन गए। बाद में उसी साल उन्होंने फिल्म ‘मंडी’ में भी साथ काम किया। इसी बीच नीना गुप्ता और क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स के बीच नजदीकियां बढ़ीं। बाद में वह प्रेग्नेंट हो गई। नीना ने बिना शादी के बच्चे को जन्म देने का फैसला किया। इस फैसले की वजह से उनकी हर तरफ आलोचना हुई थी।
नीना को सतीश ने शादी के लिए किया था प्रपोज
अपने करीबी दोस्त की परेशानी देखकर सतीश ने उनकी मदद करने का फैसला किया। कुछ साल पहले दिए एक इंटरव्यू में सतीश ने उस वक्त का किस्सा बताया था। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने नीना से कहा था, “चिंता मत करो, अगर बच्चा सांवली त्वचा के साथ पैदा हुआ है, तो आप कह सकते हैं कि यह मेरा है और हम शादी कर लेंगे। किसी को शक नहीं होगा।”
नीना को अकेला महसीस नहीं होने देना चाहते थे सतीश
सतीश कौशिक ने आगे बताया, “मैं उसकी इस बात के लिए सराहना करता हूं कि एक लड़की ने शादी के बगैर बच्चे को जन्म देने का फैसला किया था। एक सच्चे दोस्त की तरह मैं बस उसके साथ खड़ा रहा और उसे भरोसा दिया। मैं उसे अकेला महसूस नहीं होने देना चाहता था। आखिर यही तो दोस्ती है, है ना? उसे प्रपोज करते वक्त मेरे मन में मिक्सड इमोशन्स थे।
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सतीश का ऑफर सुनकर इमोशनल हो गई थी नीना
सतीश ने कहा, “मैं ह्यूमर के सात इज्जत और बतौर बेस्टफ्रेंड सपोर्ट करना चाहता था, जब उन्हें एक व्यक्ति की सबसे ज्यादा जरूरत थी तो मैंने उन्हें कहा था कि मैं हूं न, तू चिंता क्यों करती है? उस समय नीना काफी इमोशनल हो गई थीं।”इस पूरे मामले के बारे में सतीश कौशिक ने काफी सालों बाद खुलासा किया।
काफी गहरे दोस्त थे नीना और सतीश
नीना गुप्ता ने इस बात का जिक्र अपनी आत्मकथा ‘सच कहूँ तो’ में भी किया है। सतीश कौशिक और नीना गुप्ता साल 1975 से दोस्त थे। मसाबा को जब नीना एक्सपेक्ट कर रही थी, तब सतीश और नीना की बॉन्डिंग कापी मजबूत नजर आई थी। सतीश ने इस बारे में बात करते हुए बताया था कि उस दिन से दोनों की दोस्ती और मजबूत होती चली गई। हालांकि नीना ने उस समय अकेले रहने का फैसला किया और अपनी बच्ची का लालन पालन अकेले ही किया था।
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