दरअसल, राजकुमार की एक हरकत पर संजय दत्त आगबबूला हो गए थे और उन्होंने उन्हें मारने की कसम खा ली थी। लेकिन उनके पिता सुनील दत्त के कारण उनका गुस्सा शांत हुआ। ये पूरा मामला साल 1988 का है। उस वक्त राज कुमार के इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकारों में से एक थे। उनका काफी नाम था। हर कोई उनकी काफी इज्जत करता था। डायरेक्टर प्रकाश मेहरा एक फिल्म बना रहे थे। जिसका नाम था- मोहब्बत के दुश्मन। इस फिल्म में राजकुमार और संजय दत्त लीड रोल में थे।
इस फिल्म की स्क्रिप्ट में संजय दत्त को काफी अच्छे और दमदार डायलॉग्स दिए गए थे। जब राजकुमार को संजय दत्त के डायलॉग्स के बारे में पता चला तो उन्होंने सीधा डायरेक्टर से कह दिया कि इसे वहां से हटाकर मेरे हिस्से में जोड़ दिया जाए। डायरेक्टर उनकी बात को टाल नहीं पाए और संजय दत्त के डायलॉग्स उन्हें दे दिए। जब संजय दत्त को इस बारे में पता चला तो वह आगबबूला हो गए। उन्होंने कसम खा ली थी कि अगर उन्हें सेट पर राजकुमार दिख गए तो वह उन्हें पीटेंगे। डायरेक्टर प्रकाश मेहरा को संजय दत्त के गुस्से के बारे में पता था। उन्होंने सुनील दत्त को फोन कर अगले दिन सेट पर आने के लिए कह दिया।
अगले दिन सेट पर संजय दत्त पूरे मूड थे। उन्होंने राजकुमार को पीटने का मन बनाया हुआ था। जब वह सेट पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उनके पिता वहां मौजूद हैं। पिता को देखते ही उनका सारा गुस्सा गायब हो गया। इसके बाद सुनील दत्त को दोनों के झगड़े के बारे में पता चला। उन्होंने दोनों एक्टर्स को साथ में बिठाकर समझाया और दोनों की सुलह करवाई। इस तरह संजय दत्त और राजकुमार के बीच हाथापाई होने से बच गई।