बचपन में उठ गया था पिता का साया जीनत अमान(zeenat aman) जब 13 साल की थी तो उनके पिता इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। जिसके बाद उनकी मां उन्हें जर्मनी लेकर चली गईं लेकिन लगभग पांच वर्ष तक जर्मनी में रहने के बाद महज 18 साल की जीनत मुंबई आ गई। मुंबई आने के बाद जीनत ने अपना ग्ररेजुएसन यहीं से किया इसके बाद वह आगे की पढ़ाई करने अमेरीका के कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय में चली गयी। पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने फेमिना मैगजीन में बतौर पत्रकार काम करना शुरू कर दिया लेकिन ये काम उनके मन का होने कि वजह से इसे छोड़ वह मॉडलिंग करने लगी।
फिल्म हलचल से जीनत ने शुरू किया फिल्मी करियर जीनत के पिता बॉलीबुड फिल्मों में बतौर लेखक काम करते थे। उन्होंने मुगलेआजम और पाकीजा जैसी सुपरहिट फिल्मों में बतौर लेखक काम किया था। जिसके चलते लोग जीनत को जानते थे और उन्हें फिल्मों में काम मिल गया। साल 1971 में ओ.पी.रल्हन की फिल्म हलचल से जीनत ने फिल्मी करियर की । इसके बाद उनके सफलता की गाड़ी ने रेस पकड़ ली। उन्हें बहुत सी फिल्मों में काम मिलने लगे। फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ (zeenat aman satyam shivam sundaram)में जीनत ने बोल्ड सीन देकर पूरी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना ली । । इस फिल्म में उन्होंने रूपा नाम का किरदार निभाया था। जीनत अमान ने 70 और 80 के दशक में हरे रामा हरे कृष्णा, यादों की बारात, डॉन, कुर्बानी, लावारिस और दोस्ताना जैसी कामयाब फिल्में की हैं।
‘इंसाफ का तराजू’ में दिया था खतरनाक रेप सीन लेकिन फिल्म ‘इंसाफ का तराजू’ (zeenat aman insaaf ka tarazu)में उनके लिए सबसे बड़ी फिल्म बन गई । इस फिल्म में जीनत के साथ रेप सीन शूट करना था। जिसे राज बब्बर ने किया था। जीनत उस समय की सबसे मशहूर अदाकारा थी और राज बिल्कुल नए नवेले हीरो।इसलिए वह इस सीन की शूटिंग के दौरान नर्वस हो गए थे।जीनत भी राज को देखकर समझ गई थी कि वो इस सीन में कम्फर्टेबल नहीं हैं। जिसके बाद जीनत ने उनके साथ रेप सीन की रिहर्सल की। इस रेप सीन में राज ने जीनत के साथ काफी ज्यादा जबरदस्ती की और हाथापाई भी की लेकिन जीनत ने इसके लिए उफ़ तक नहीं कहा। इस फिल्म में रेप सीन में जीनत को चोट भी लग गई थी। लेकिन वह सीन शूट होने तक बिल्कुल शांत रही। बाद ये फिल्म सुपरहिट भी हुई और जीनत के साथ-साथ राज बब्बर के भी अभिनय को भी खूब सराहा गया था।