जब मनोज कुमार ने तोड़ा राज कपूर का घमंड, एक्टर ने कहा था- हर कोई राज कपूर नहीं बन सकता
हिंदी सिनेमा के शो मैन राज कपूर (Raj Kapoor) ना सिर्फ एक शानदार एक्टर थे बल्कि वो एक बेहतरीन डायरेक्टर भी रहे। दर्शकों के साथ-साथ खुद राज कपूर भी अपने आप को अच्छा डायरेक्टर मानते थे।
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार ने बड़े पर्दे पर काम करके अच्छा ख़ासा नाम कमाया है। उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है। उनकी कई फ़िल्में देशभक्ति पर आधारित रही है और इस वजह से उन्हें ‘भारत कुमार’ भी कहा जाता है। बता दें कि मनोज कुमार एक अभिनेता के साथ ही निर्देशक भी रहे। मनोज कुमार ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया और कई शानदार फिल्मों का उन्होंने निर्देशन भी किया। उस समय हिंदी सिनेमा में इन दोनों कामों को एक साथ करने में शो मैन यानी कि राज कपूर को महारत हासिल थी। राज कपूर अभिनय भी गजब का करते थे और उन्होंने कई बेहतरीन फ़िल्में भी बनाई। मनोज कुमार भी राज कपूर के नक्शेकदम पर चलते हुए नज़र आए। हालांकि राज कपूर ने मनोज से एक दिल दुखाने वाली बात कहते हुए उन्हें ताना मार दिया था। साल 1967 में मनोज ने एक फिल्म बनाई थी जिसका नाम था ‘उपकार’। तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और मनोज कुमार की उस समय मुलाकात हुई थी।
साल 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी उसके बाद मनोज और शास्त्री जी का मिलना हुआ था। तब शास्त्री जी ने मनोज कुमार से कहा था कि मैंने जो नारा दिया है ‘जय जवान जय किसान’, अगर इसे ध्यान में रख कर तुम कोई फिल्म बना सको। इसके बाद मनोज कुमार ने फिल्म ‘उपकार’ का ऐलान किया। बता दें कि ‘उपकार’ की कहानी भी मनोज कुमार ने ही लिखी थी। फिल्म के ऐलान के बाद राज कपूर ने मनोज कुमार से कहा था कि, ‘या तो फिल्म में एक्टिंग कर लो या फिर इसे डायरेक्ट कर लो, क्योंकि हर कोई राज कपूर नहीं होता जो दोनों काम सक्सेसफुली कर ले’। फिल्म उपकार बनकर रिलीज हुई और फिल्म ने दमदार प्रदर्शन किया। फिल्म के निर्देशक भी वे ही थे और इसमें उन्होंने अभिनेता के रूप में भी काम किया था। आगे जाकर मनोज कुमार ने ‘पूरब और पश्चिम’, ‘क्रांति’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ और ‘शोर’ जैसी फिल्में बनाई और राज कपूर को भी इस बात का एहसास करा दिया कि उन्होंने उनसे क्या कहा था। राज कपूर यह समझते थे कि एक साथ अभिनय और निर्देशन का सफ़ल काम वे ही कर सकते थे उन्हें मनोज कुमार ने गलत साबित कर दिखाया। मनोज के काम का लोहा मानते हुए राज साहब ने कहा था कि, ”आज तक मैं अपने आप से ही कॉम्पटीशन कर रहा था लेकिन आज मुझे मुकाबला करने के लिए कोई और भी मिल गया है”।