तुम सामान्य मां क्यों नहीं हो? दरअसल महिला सशक्तीकरण के मुद्दे को दर्शाती फिल्म त्रिभंगा के दौरान अभिनेत्री काजोल ने बड़ा खुलासा किया था। उन्होंने बताया था एक बार उनके 10 साल के बेटे युग ने उनसे सवाल किया कि वो दूसरी माओं की तरह क्यों नहीं हैं, वो काम पर क्यों जाती हैं?
बीबीसी से बात करते हुए काजोल ने बताय था कि मैंने बेटे के सवाल पर कहा था कि, “जब तुम बड़े हो जाओगे और तुम्हारी पत्नी काम पर जाएगी, तो तुम उसमें गलती नहीं तलाश करोगे। उस वक्त तुम्हारे लिए ये सामान्य होगा। उन्होंने आगे कहा था कि, “अगर मैं अपने बेटे की सोच बदलने में कामयाब रही, तो मुझे लगेगा कि बतौर मां और नारीवादी महिला के बेहतरीन काम किया है।
वहीं, महिलाओं के सशक्तिकरण में आ रहे बदलाव को काजोल किस नजरिए से देखती हैं? इस सवाल के जवाब में काजोल इसका श्रेय दर्शकों को देती हैं। उनका मानना है कि दर्शकों के बदलते रुझान ने महिला प्रधान फिल्मों को बॉलीवुड में जगह दी है। उसी का नतीजा त्रिभंगा जैसी फिल्म का बनना है।
गौरतलब है कि महिला के कामकाजी होने पर भारतीय समाज अक्सर परिवार की उपेक्षा करने का आरोप लगाता है। महिलाओं के बारे में आम धारणा है कि उसे घर का कामकाज संभालना चाहिए। महिलाओं का अपने बारे में फैसला लेने को अलग नजरिए से देखा जाता है। इस सोच को बदलने के लिए त्रिभंगा जैसी फिल्म बनाई गई थी। इस फिल्म को रेणुका शहाणे ने निर्देशित किया था।