मध्यप्रदेश के जबलपुर में जन्मी जय बच्चन के पिता तरुण कुमार एक मशहूर लेखक और कवि थे। ऐसे में उनके घर में हमेशा से पढ़ाई-लिखाई का माहौल रहा था। लेकिन उनका रुझान हमेशा से ही कला की तरह था। एक दिन जया शूटिंग देखने के लिए गई थीं तब शर्मीला टैगोर ने सत्यजीत रे के सामने जया का नाम रखा। क्योंकि वह एक खास किरदार के लिए लड़की की तलाश कर रहे थे। इसके बाद से जया का फिल्मी करियर शुरू हो गया। फिर जया ने फिल्म ‘गुड्डी’ में काम किया। जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
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जया एक के बाद एक हिट फिल्मों में काम करती गईं। इस दौरान उन्हें अमिताभ बच्चन से प्यार हो गया। दोनों ने शादी कर ली। कम ही लोग जानते हैं कि फिल्म ‘शोले’ की शूटिंग के दौरान जया बच्चन गर्भवती थीं। उनके पेट में उनकी बेटी श्वेता बच्चन थीं। इसके बाद जया ने बेटे अभिषेक को जन्म दिया। हालांकि, जया लगातार काम कर रही थीं लेकिन फिर बेटी की एक बात से उन्होंने एक्टिंग से ब्रेक लिया। यह भी पढ़ें
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दरअसल, जब जया बच्चन फिल्म सिलसिला में काम कर रही थी, तब उनकी नन्ही सी बेटी श्वेता ने कहा कि ‘आप हमारे साथ घर पर क्यों नहीं रहती? काम सिर्फ पापा को करने दीजिये।’ बेटी की इस बात ने जया को अंदर तक हिला दिया था। इसके बाद जया ने फैसला लिया कि वो फिल्मों में काम नहीं करेंगी और एक्टिंग से दूर हो गईं। हालांकि, फिर एक लंबे अंतराल के बाद जया ने फिल्मों में वापसी की। वह साल १९९८ में फिल्म ‘हजार चौरासी की मां’ में नज़र आईं। इसके बाद फिल्म ‘फिजा’, ‘कभी ख़ुशी कभी गम’, ‘कल हो ना हो’, और ‘लागा चुनरी में दाग’ जैसी कई फिल्मों में वह दिखाई दीं।