मुंबई नॉर्थ से लोकसभा चुनाव लड़ा था दरअसल गोविंदा ने साल 2004 में कांग्रेस के टिकट पर मुंबई नॉर्थ से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत गए थे। गोविंदा ने उस समय अपोजिशन में खड़े बीजेपी नेता राम नाईक को करारी शिकस्त दी थी। ऐसे में पूर्व राज्यपाल राम नाईक को इस बात पर विश्वास नहीं हुआ था कि उन्हें गोविंदा ने हरा दिया है।
इसके बाद उन्होंने अपनी किताब में गोविंदा को लेकर एक खुलासा किया था। राम नाईक ने अपनी किताब ‘चरैवेति, चरैवेति’ (बढ़ते रहो) में दावा करते हुए लिखा था कि 2004 के लोकसभा चुनाव में उनको हराने के लिए फिल्म स्टार और कांग्रेस प्रत्याशी गोविंदा ने अंडर वर्ल्ड की मदद ली थी। उनको हराने के लिए गोविंदा ने डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ बिल्डर हितेन ठाकुर की मदद ली थी। जिसके बाद वह चुनाव जीत गए थे।
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इन बातों पर गोविंदा ने भी रिएक्ट किया था इन बातों पर गोविंदा ने भी रिएक्ट किया था। गोविंदा ने अपनी तरफ से सफाई पेश करते हुए एक ऑडियो जारी किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि उनपर लगाए गए आरोप गलत हैं। गोविंदा ने कहा था कि जब ‘पुलिस नहीं कह रही, तो ये बात राम नाईक जी कैसे कह रहे हैं? अपनी हार को वह इतना दुखद कैसे ले सकते हैं? एक व्यक्ति की जीत का श्रेय वो अंडरवर्ल्ड को कैसे दे सकते हैं? मुझे खेद है कि वह इस स्तर पर आए। ये राजनीति में शोभा नहीं देता कि आप किसी दूसरी पार्टी के व्यक्ति के ऊपर ऐसे अटैक करें। आपको बता दें कि राजनीति में एंट्री के दौरान गोविंदा ने फिल्मी दुनिया के ‘हीरो नंबर 1’ जैसे ‘नेता नंबर 1’ बनने का वादा किया था जिसे वो निभा नहीं पाए। दरअसल गोविंदा ने राजनीति में भी एंट्री मार तो ली थी, लेकिन न वो राजनीति में कुछ अच्छा कर पा रहे थे और न हीं एक्टिंग फील्ड में ध्यान दे पा रहे थे।