जब खुद को पूरी तरह शराब में डुबो लिया लेकिन मीना कुमारी की जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने खुद को पूरी तरह शराब में डुबो लिया था। वो किसी की बात नहीं मानती थी और अपने मन की करती थीं। एक बार मीना कुमारी को अशोक कुमार ने इस लत को छोड़ने के लिए होमियोपैथी की गोलियां खाने को दीं, लेकिन मीना ने कहा, दवा खाकर भी जिऊंगी नहीं, यह जानती हूं मैं। इसलिए शराब के कुछ घूंट गले के नीचे उतर जाने दो।
सबसे बड़ा धक्का दिल टूटने पर लगा था दरअसल यूं तो उन दिनों मीना कुमारी अपनी लाइफ में कई तरह की परेशानियां थीं। लेकिन उनको सबसे बड़ा धक्का दिल टूटने पर लगा था। वो कहते हैं न कि प्यार साथ हो तो पूरी दुनिया हसीन लगती है और अगर वो न मिले तो, जिंदगी, जिंदगी सी नहीं लगती है। मीना कुमारी भी कुछ इसी दौर से गुजर रहीं थी। मीना कुमारी की खूबसूरती के यूं तो लाखों चाहने वाले थे लेकिन वो जिनको चाहती थी उसने कभी उनके प्यार को समझा ही नहीं।
इस रिश्ते वह खुशी हासिल नहीं कर पाई मीना कुमारी के जीवन में दो लोग आए और दोनों ने ही उन्हें बीच राह में छोड़ दिया। मीना को सबसे पहले कमाल अमरोही से प्यार हुआ। हालांकि कमाल शादीशुदा थे, लेकिन इसके बावजूद मीना ने उनसे शादी की। लेकिन मीना इस रिश्ते वह खुशी हासिल नहीं कर पाई जिसकी वह तमन्ना रखती थी। 10 साल साथ रहने के बाद मीना एक बार फिर से अकेली हो गई।
तब उन्होंने भी मीना का साथ छोड़ दिया इसके बाद उन्हें धर्मेंद्र का सहारा मिला। धर्मेंद्र के साथ मीना कुमारी का रिलेशन लगभग तीन साल तक चला। धर्मेंद्र को बॉलीवुड में पहचान दिलाने के लिए मीना ने उन्हें कई फिल्मों में काम दिलवाया। जब धर्मेंद्र बॉलीवुड में पूरी तरह से अपने पांव जमा लिए, तब उन्होंने भी मीना का साथ छोड़ दिया। जिसके बाद वह एक बार फिर तन्हा और अकेली हो गई। सूत्रों की मानें तो धर्मेंद्र एक बार सभी के सामने मीना को थप्पड़ भी जड़ दिया था।
आखिरी बार फूल और पत्थर में नजर आए थे साथ धर्मेंद्र और मीना की जोड़ी आखरी बार फिल्म फूल और पत्थर (1966) में नजर आई थीं। इसके बाद मीना कुमारी ने शराब का सहारा ले लिया और हर समय शराब पीने लगी। वह अपने पर्स में हमेशा शराब की छोटी बोतल रखा करती थीं। इसके बाद मीना कुमारी को ब्लड कैंसर हो गया था और 31 अगस्त 1972 को मीना चल बसीं।