कभी भी बप्पी लहरी बिना गोल्ड के पब्लिकली नहीं देखे गए, और यहां तक कि कई बार उन्हें बार इस अंदाज के लिए ट्रोल और मजाक का सामना भी करना पड़ा। बप्पी लहरी कई बार अपने इस अंदाज के बारे में बातें कीं। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कभी अगर बिना सोने से लदे देखा जाता है, तो लोग निराश होते हैं। उन्होंने ऐसा ही एक किस्सा ईटाम्स को दिए अपने इंटरव्यू में बताया था जब उन्हें अपनी पहचान साबित करने के लिए अपना सोना दिखाना पड़ा था।
अपने इंटरव्यू के दौरान बप्पी लहरी ने एक दिलचस्प किस्सा सुनाया था। उन्होंने बताया कि सोना मेरे लिए लकी है। मेरी पहचान भी पूरे वर्ल्ड में गोल्ड से ही है, मेरी इमेड ‘गोल्ड मैन’ की बनी हुई है। एक बार में लंदन गया था। वहां एक व्यक्ति ने पहले उनसे पूछा की क्या वो बप्पी लहरी हैं, जब उन्होंने कहा कि वो बप्पी लहरी ही हैं तो उस व्यक्ति ने मानने से इनकार कर दिया क्योंकि उसे उन पर कोई सोना नहीं दिख रहा था।
बप्पी ने बताया, “मुझे याद है एक बार एक आदमी ने यह मानने से इनकार कर दिया था कि मैं बप्पी लाहिरी हूं क्योंकि मैंने खुद को ठंड से बचाने के लिए एक कोट पहना हुआ था और वह मेरी सोने की चेन नहीं देख सका। उसने पहले मुझसे पूछा कि क्या मैं बप्पी लाहिरी हूं लेकिन जब मैंने हाँ में उत्तर दिया तो उसने मेरा विश्वास नहीं किया। यह लंदन में हुआ और मुझे उसे अपनी पहचान साबित करने के लिए उसे अपना कोट खोल कर दिखाना पड़ा कि मैंने वास्तव में सोना पहना हुआ है।”
वैसे आपको बता दें, बप्पी लहरी के लिए सोना पहनने का कारण शौक के अलावा मान्यता भी थी। वो ऐसा मानते थे कि सोना उन्हें सूट करता है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनकी मां ने उन्हें सोने की चैन पहनाई थी और उसके बाद ही उन्हें कैसे इंडस्ट्री में मौके मिलने लगे। सोने के लिए अपने प्यार के बारे में बात करते हुए बप्पी लहरी ने बताया था, “सोना मेरा लकी चार्म है। मेरी माँ ने मुझे हरे राम हरे कृष्णा लॉकेट के साथ एक सोने की चेन दी। मुझे ‘ज़ख्मी’ मिली – मेरी पहली ब्लॉकबस्टर। जब मेरी मां ने मेरे लिए जंजीर लगाई, तो उन्होंने मुझसे कहा था कि ये मेरे लिए लकी होगा। बॉक्स-ऑफिस सफलताओं के साथ ही सोने की चेन के बढ़ती गई। मुझे हमेशा अपने परिवार से सोना मिला है।”
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उन्होंने आगे बताया, “मेरी माँ के बाद, ये मेरी पत्नी चित्रानी थीं, जिन्होंने मुझे 1977 में मेरे जन्मदिन पर एक बड़े गणपति लॉकेट के साथ एक और सोने की चेन भेंट की थी। इसके बाद ‘आप की ख़ातिर’ और ‘बंबाई से आया मेरा दोस्त’ बॉक्स-ऑफिस पर सुपर सक्सेसफुल रन कर रहा था। जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ता गया मेरी सोने की जंजीरें बड़ी होती गईं। लेकिन हां, मेरे गले में सोने के गणपति मुझे सुरक्षित रखते हैं।” यह भी पढ़ें