आयुष्मान ख़ुराना ने अपने करियर की शुरुआत रेडियो जॉकी के तौर पर बिग एफएम, दिल्ली में की थी। इसके बाद उन्होंने बतौर वीडियो जो कि कई कार्यक्रमों का संचालन भी किया था। लेकिन शायद उनकी किस्मत में एक्टिंग करना लिखा था। लेकिन आपको बता दें कि अपने एक्टिंग करियर का आयुष्मान का यह सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। आयुष्मान जब फिल्मों में आने का प्रयास कर रहे थे तब प्रारंभिक दिनों में उन्हें ऑडिशन में एक नहीं, बल्कि कई रिजेक्शन झेलने पड़े थे।
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लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्हें अस्वीकार करने के पीछे कारण उनकी अदाकारी में कमी नहीं, बल्कि आइब्रो में थी। जी हां, यही सच है। दरअसल, शुरुआत में जब आयुष्मान ख़ुराना फ़िल्मों में रोल पाने के लिये जगह-जगह ऑडिशन देने जाते थे तो उन्हें इस दौरान हर ऑडिशन में अस्वीकार्यता झेलनी पड़ती थी।
ऑडिशन के समय उन्हें लोग यह कहकर रोल देने से मना कर देते थे कि, उनकी आइब्रो बहुत गहरी और बड़ी हैं और इसी कारण उनमें कोई हीरो वाली क्वालिटी नहीं है। आयुष्मान ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि, बार-बार मिलने वाले रिजेक्शन से वह काफी दुखी तथा परेशान हो चुके थे। तब इस समस्या का समाधान करने के लिए आयुष्मान सैलून जाकर अपनी आइब्रो सेट कराने लगे। हालांकि इसके लिए उन्हें अतिरिक्त रुपए खर्च जरूर करने पड़ते थे, परंतु धीरे-धीरे करके उनकी आइब्रो शेप में आ गई थीं।
और इसके बाद जब उन्हें अपनी पहली फिल्म विकी डोनर ऑफर हुई तो आयुष्मान की कमाल की अदाकारी ने लोगों का दिल जीत लिया। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट मेल डेब्यू का पुरस्कार भी मिला था। इसके बाद तो बहुमुखी प्रतिभा के धनी आयुष्मान खुराना ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर वह धीरे-धीरे दर्शकों के दिलों में जगह बनाते चले गए। आयुष्मान खुराना आज जो भी हैं वह दुनिया के सामने है। साथ ही आयुष्मान को नेशनल फिल्म अवॉर्ड और फिल्म फेयर अवार्ड भी मिल चुके हैं।