हांगकांग में करनी थी शूटिंग
अरूणा ईरानी ने ‘द कपिल शर्मा शो’ पर बताया कि फिल्मों में प्राण साहब के खलनायक वाले रोल देखकर वह उनसे डरती थीं। उनके साथ ही एक फिल्म में उन्हें काम करना पड़ा। यह बात तब की है जब उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में काम करना शुरू ही किया था। फिल्म ‘जोहर महमूद इन हांगकांग’ की शूटिंग के लिए उन्हें हांगकांग जाने को कहा गया था। अरूणा ने पहले मना किया फिर मां को साथ ले जाने की बात कही। हालांकि प्रोडक्शन ने कह दिया अकेले ही जाना होगा। फिल्म से निकाले जाने के डर से अरूणा यह शर्त मान गईं।
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दोनों रूके एक ही होटल में
हांगकांग में काफी लम्बी शूटिंग चली। मेरा शूटिंग वाला हिस्सा पूरा हो गया था। मुझे मुंबई वापस भी जाने का मन कर रहा था। उधर, प्राण साहब वाला हिस्सा भी शूट हो चुका था। इसलिए प्राण साहब के साथ ट्रेवल किया। हांगकांग में हमारी फ्लाइट डिले हो जाने के चलते हमें सुबह की फ्लाइट का इंतजार करना था। हमें पूरी रात एक ही होटल में गुजारनी थी। ये सोच कर मुझे बहुत डर लगने लगा। मन में बस यही ख्याल आ रहा था कि आज तो प्राण जी मेरा रेप कर देंगे। होटल में वे मेरे कमरे तक आए और कहा, ‘दरवाजा अंदर से बंद कर लो। मैं बगल वाले रूम में हूं। अगर कोई खटखटाए तो दरवाजा मत खोलना। मुझे फोन पर बता देना।’ इसके बाद मैं दरवाजा बंद करके बहुत रोई कि मैं प्राण के बारे में क्या सोच रही थी। उस दिन पता चला कि पर्दे का खलनायक असल में कितना अच्छा इंसान है।