सेट पर पहुंचते ही गोविंदा पर भड़क गए दरअसल 80 और 90 के दशक में गोविंदा का इंडस्ट्री में सितारा बुलंदी पर था। उनके पास फिल्मों की लाइन लगी रहती थी और वो भी सभी फिल्में साइन कर लिया करते थे। शायद इसलिए वो शुटिंग पर हमेशा लेट पहुंचा करते थे। ऐसे में एक बार गोविंदा और अमरीश पुरी फिल्म में साथ काम कर रहे थे। अमरीश पुरी शिप्ट के अनुसार 9 बजे सेट पर पहुंच जाते थे। एक बार अमरीश पुरी अपने समय पर 9 बजे शुटिंग पर पहुंच गए। वहीं, गोविंदा इतना लेट हो गए कि 9 की बजाय शाम 6 बजे सेट पर पहुंचे। इस बात से अमरीश पुरी बेहद नाराज हो गए और गोविंदा पर भड़क गए।
दोनों के बीच गहमागहमी शुरू हो गई इसके बाद दोनों के बीच गहमागहमी शुरू हो गई। अमरीश ने उस वक्त गोविंदा को ‘गंदी नाली का कीड़ा’ कहा और सबके सामने जोर का चांटा भी मार दिया था। गोविंदा इस घटना के बाद अमरीश पुरी से काफी गुस्सा हो गए और उन्होंने फिर अमरीश के साथ दोबारा किसी फिल्म में काम नहीं किया। गोविंदा के साथ अमरीश ने ‘दो कैदी’ और ‘फर्ज की जंग’ में काम किया था।
बीमा कंपनी में नौकरी करते थे आपको बता दें कि बॉलीवुड के मशहूर खलनायक अमरीश पुरी फिल्मों से पहले अमरीश पुरी बीमा कंपनी में नौकरी करते थे। एक्टिंग के प्रति रूझान था ऐसे में उन्होंने पृथ्वी थिएटर जॉइन कर लिया था। 1982 में आई सुभाष घई की फिल्म विधाता ने उन्हें विलेन के तौर पर खास पहचान दिलाई थी। अमरीश पुरी को आज भी फिल्म मिस्टर इंडिया में ‘मोगैंबो’ की भूमिका के लिए याद किया जाता है। 72 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था।