अमिताभ ने इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि वे वहिदा के साथ फिल्म में काम करने के लिए वे तरसते थे और उन्हें इस बात का सुनहरा अवसर 1971 में आई फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ में मिला। वहीदा रहमान के साथ उऩकी यह पहली थी। इस फिल्म में सुनील दत्त और वहीदा रहमान के बीच रोमैंटिक एंगल था। जिसमें अमिताभ ने एक गूंगे लड़के का रोल किया था। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान ऐसा सीन आया जब वहीदा रहमान और सुनील दत्त को नंगे पांव तपती रेत पर चलना था। और भारी गर्मी के कारण उस जगह का तापमान इतना ज्यादा था कि रेत पर पैर रखना भी मुश्किल हो रहा था।
यहां तक पैर में जूते पहनने के बावजूद पांव में तकलीफ हो रही थी, फिर नंगे पांव पर शूट करना बेहद तकलीफमय था। इतनी दिक्कत वाली सिचुएशन में हर कोई परेशान था कि वहीदा रहमान नंगे पांव कैसे शूट करेंगी। जैसे तैसे वहिदा ने शूट खत्म किया और डायरेक्टर ने ब्रेक लेने को कहा। जैसे ही अमिताभ ने ब्रेक लेने की बात सुनी वो फौरन वहीदा की जूती उठाकर उनकी ओर दौड़ने लग गए। उस दिन का नजारा ही ऐसा था कि उस पल को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता कि वो पल उनके लिए कितना स्पेशल था