अगर मुझे कोई इमोशनल सीन शूट करना होता है तो अपने आपको थोड़ा वक्त देती हूं ताकि मैं उस परिस्थिति की गहराई में जा सकूं और उस मोमेंट को महसूस कर सकूं। मेरी आंखों से आंसू खुदबखुद निकल आते हैं। इससे पहले भी मैंने जितने शो किए उनमें भी रोने के सीन के लिए कभी ग्लिसरीन का इस्तेमाल नहीं किया है।
तोरल ने आगे बताया कि ‘जग जननी मां वैष्णो देवी’ के सेट पर मैं अक्सर मायशा (वैष्णवी) के साथ शूट करती हूं। इस दौरान मैं जब भी उसे कुछ सिखा रही होती हूं या डांट रहीं होती हूं तो एक मां वाली भावना मुझमें अपने आप आ जाती है और मैं रो पड़ती हूं।