न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर हार्मोन्स बनाने वाली ग्रांथियों से जुड़ा कैंसर है। इस कैंसर का यदि समय रहते पता चल जाए तो इसका इलाज हो सकता है। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर को बेहद दुर्लभ बताया जाता है जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। अधिकांश न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर फेफड़े, अपेंडिक्स, छोटी आंत, रेक्टम और अग्नाशय में होते हैं। लेकिन यह बिना कैंसर के भी हो सकते हैं।
क्या हैं न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के लक्षण (What are the symptoms of neuroendocrine tumors)
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीडि़त व्यक्तियों में कुछ खास तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं। इससे पीडि़त व्यक्ति में हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत के साथ, एंग्जाइटी अटैक, बुखार, सिरदर्द, अधिक पसीना आना, मितली, उल्टी , दिल की धडकऩों का अनियंत्रित तरीके से धडकऩा आदि जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इतना ही नहीं न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीडि़त रोगी में पेट दर्द, पीलिया, गैस्ट्रिक अल्सर, आंतों में सूजन और वजन में कमी जैसे लक्षण नजर आते हैं।
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर एक बेहद दुर्लभ बीमारी है। बावजूद इसके इस बीमारी का यदि समय पर पता लग जाए तो इसका इलाज करना संभव होता है। डॉक्टर इस बीमारी का इलाज सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी या फिर कीमियोथेरेपी की मदद से करते हैं। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर बाकी ट्यूमर्स की तुलना में बहुत धीरे-धीरे विकसित होता है। जो शरीर में एमिनो एसिड्स बनाने का काम करते हैं। यही वजह है कि रोगी के शरीर में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के लक्षण नजर आने लगते हैं।